गोतिया के घर कुल देवता पुर्नस्थापन को ले गंगा स्नान करने गए थे दो परिवार के सदस्य
मुंगेर में एक ही परिवार के तीन बच्चे गंगा में डूब गए। परिवार शादी में शामिल होने आया था। बच्चों को बचाने के प्रयास में मां और एक बेटी को बचा लिया गया, लेकिन तीन बच्चे डूब गए। स्थानीय गोताखोरों ने शवों...

मुंगेर, निज संवाददाता। मुफस्सिल थानान्तर्गत मिर्जापुर बरदह गंगा घाट में डूबे तीन बच्चों के पिता संजय यादव पत्नी रेणु देवी के साथ दिल्ली में रहते थे। उनके चार बच्चे क्रमश: पुत्री काव्या उर्फ सालो कुमारी, मांडवी कुमारी, हर्ष कुमार और अमन कुमार मुंगेर में रहकर पढ़ाई करते थे। संजय यादव 5 मई को पत्नी के साथ दिल्ली से मुंगेर आए थे। 8 मई को घर में चचेरी बहन की शादी के बाद मंगलवार को उनके घर स्थित कुलदेवता का पु़र्नस्थापन संजय के भाई फोटी यादव उर्फ सुमित के घर होना था। कुलदेवता (गोसांई) पुर्नस्थापन के लिए ही संजय और फोटी यादव के परिवार के सभी सदस्य मंगलवार की सुबह गंगा स्नान के लिए सुबह 8 बजे बरदह गंगा घाट गए थे।
गंगा में पानी काफी कम रहने के कारण सभी लोग स्नान करने पानी में कुछ दूर चले गए। जहां संजय यादव की पत्नी सहित सभी चार बच्चे डूबने लगे। स्थानीय नाविक डीह निवासी छंगूली मल्लाह डूब रहे लोगों को देख तैर कर उनके पास पहुंचे। नाविक ने मां रेणु देवी व एक पुत्री मांडवी कुमारी को तो सकुशल बचा लिया। लेकिन तीन बच्चे गहरे पानी डूब गए। करीब 2 घंटे की खोजबीन के बाद डीह निवासी स्थानीय गोताखोर इन्द्रदेव साहनी ने तीनों बच्चों को गंगा के पानी से निकाला। लेकिन सदर अस्पताल ले जाने पर चिकित्सक ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। ----- बरदह घाट पर दो घंटे जमे रहे परिजन व स्थानीय लोग एक साथ तीन भाई -बहनों के डूबने की सूचना तुरंत क्षेत्र में फैल गई। सूचना मिलते ही आधा किलोमीटर दूर स्थित कल्याणपुर से काफी संख्या में परिजन तथा स्थानीय लोगों की भीड़ बरदह घाट पर जमा हो गई। स्थानीय नाविक व गोताखोर सक्रियता दिखाते हुए खोजबीन में जुटे और दो घंटे की मशक्कत के बाद एक-एक कर तीनों डूबे बच्चों का शव पानी से बाहर निकाला। मुफस्सिल थाना की पुलिस द्वारा गंगा के पानी से निकाले गए तीनों बच्चों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। ----- परिजनों के चित्कार से गमगीन बना रहा माहौल एक ही परिवार के तीन बच्चों के डूबने की सूचना पर स्थानीय गोताखोर जहां खोजबीन में जुटे थे, वहीं परिजनों के चित्कार से माहौल गमगीन बना रहा। हृदय विदारक इस घटना से परिजन बदहवाश थे। तीनों का शव निकलने के बाद सभी परिजन सदर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर द्वारा तीनों बच्चों को मृत घोषित किए जाने के बाद चित्कार के बीच कई परिजन बार-बार बेहोश हो जा रहे थे। जानकारी के अनुसार मृतक काव्या उर्फ सालो बीआरएम कालेज में बीए की छात्रा थी, जबकि हर्ष और अमन कुमार हाई स्कूल में पढ़ाई करते थे। ---- बोले आपदा प्रभारी मृत तीनों बच्चों के पोस्टमार्टम और सीओ की रिपोर्ट के बाद 24 घंटे के अंदर आपदा अनुग्रह राशि प्रति मृतक 4 लाख के हिसाब से आश्रित के बैंक खाते में भेज दी जाएगी। इसकी प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। कुमार अभिषेक, जिला आपदा प्रभारी, मुंगेर।
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