बिजली में फॉल्ट की वजह खोजेगा एमआईटी
मुजफ्फरपुर में एमआईटी के इलेक्ट्रिकल विभाग ने बिजली में फॉल्ट का पता लगाने के लिए नवीनीकरण ऊर्जा लैब की स्थापना की है। इस लैब में सोलर और विंड टर्बाइन इमोलेटर मशीनें शामिल हैं। यह अध्ययन छात्रों को...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता एमआईटी का इलेक्ट्रिकल विभाग बिजली में होने वाले फॉल्ट की वजह ढूंढेगा। इसके लिए इलेक्ट्रिकल विभाग में नवीनीकरण ऊर्जा लैब की स्थापना की गई है। बिहार में यह लैब पहली बार एमआईटी में बनायी गई है। इलेक्ट्रिकल विभाग के अध्यक्ष प्रो रामजी गुप्ता ने बताया कि इस लैब से छात्रों को शोध कार्य में काफी मदद मिलेगी। इस लैब में दिल्ली से दो मशीनें लाई गई हैं। इनके नाम सोलर पीवी इमोलेटर और विंड टर्बाइन इमोलेटर मशीन हैं। इसके अलावा एक माइक्रोग्रिड मशीन भी लगाई गई है। बीटेक के अलावा एमटेक के छात्र इस लैब में शोध करेंगे।
प्रो. गुप्ता ने बताया कि इस लैब में यह देखेंगे कि किस तरफ से आने वाली ऊर्जा कम है। मसलन, अगर चार तरफ से ऊर्जा आने के बावजूद पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल रही है तो इसका मतलब कहीं न कहीं कोई फॉल्ट है। इसी फॉल्ट को खोजने के लिए हम यह अध्ययन कर रहे हैं। इस फॉल्ट को खोजने के अध्ययन से आम जनता को भी फायदा होगा। बिजली का फॉल्ट कहां है, इसका पता जल्द चल सकेगा।
उन्होंने बताया कि इस लैब में लगी मशीन कितनी ऊर्जा कहां से आ रही है, यह भी जानकारी देगी। इस लैब में यह भी अध्ययन होगा कि हवा से पैदा होने वाली ऊर्जा कितनी है और हवा की कितनी गति पर कितनी बिजली पैदा होगी। इसके अलावा सूरज में कितना रेडियेशन रहेगा तो कितनी बिजली पैदा होगी। इस अध्ययन से जहां एसी करंट की जरूरत होगी वहां एसी करंट की आपूर्ति की जा सकेगी और जहां डीसी करंट की जरूरत होगी वहां डीसी की आपूर्ति की जा सकेगी। अब तक एसी और डीसी करंट की आपूर्ति एक साथ ही की जाती थी। लेकिन, अब जरूरत के हिसाब से दोनों करंट की आपूर्ति अलग-अलग करने पर अध्ययन किया जा रहा है।
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