Muzaffarpur Dadar Market Faces Declining Business Due to Waterlogging and Lack of Basic Amenities दादर बाजार : सालाना 15 करोड़ का कारोबार फिर भी समस्याओं का अंबार, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
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दादर बाजार : सालाना 15 करोड़ का कारोबार फिर भी समस्याओं का अंबार

मुजफ्फरपुर के दादर बाजार में जलजमाव और मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण व्यापार में गिरावट आ रही है। यहां की सड़कों पर पानी भरा रहता है, जिससे ग्राहकों की संख्या घट रही है। स्थानीय व्यवसायियों ने नगर...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरSun, 8 June 2025 07:21 PM
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दादर बाजार : सालाना 15 करोड़ का कारोबार फिर भी समस्याओं का अंबार

मुजफ्फरपुर। पुलिस लाइन और बैरिया-जीरोमाइल रोड के बीच में स्थित दादर बाजार (दादर पेठिया) की रौनक अब कम होने लगी है। पेठिया की सड़कों पर जलजमाव स्थायी समस्या बन जाने से खरीदार भी बिदकने लगे हैं। ग्राहकों की संख्या लगातार घटने से व्यवसायियों के चेहरे की रौनक भी कम होने लगी है। यहां दुकान लगाने वालों का कहना है कि हर साल करीब 15 करोड़ का कारोबार होने के बावजूद मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। शहर और ग्रामीण इलाके की सीमा पर स्थित यह इलाका नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर एक में पड़ता है। स्ट्रीट लाइट के अभाव में शाम होते अंधेरा पसर जाता है।

जलजमाव से निदान का आश्वासन तो कई बार मिला पर समाधान अब तक नहीं हो सका। दादर पेठिया में सड़क के दोनों ओर करीब 150 छोटी-बड़ी दुकानें हैं। इसके एक हिस्से में रोज शाम में चार बजे से नौ बजे तक यानी पांच घंटे के लिए सब्जी बाजार भी लगता है। आसपास के आवास नगर, दादर कोल्हुआ, हारपुर लाहौरी, आदर्श ग्राम, अयाची ग्राम, महावीर नगर, श्रीराम नगर, सरस्वती नगर, अंबेडकर चौक, पुलिस लाइन आवासीय एरिया, बैकुंठपुरी व अन्य रिहायशी इलाकों का यह लोकल मार्केट है। यहां हर तरह की दुकानें हैं। रोज औसतन चार लाख से अधिक का कारोबार होता है। फिर भी उपेक्षा के कारण यहां समस्याओं का अंबार है। व्यवसायी रामचंद्र प्रसाद का कहना है कि स्ट्रीट लाइट के लिए कई बार निगम से गुहार लगाने के बावजूद समस्या बरकरार है। दुकानों व घरों की लाइटों से सड़क पर रोशनी होती है। आसपास में अंबेडकर चौक को छोड़ कर अन्य कहीं भी स्ट्रीट लाइट नहीं है। बाजार में पार्किंग स्थल की बात छोड़िए, यहां तो सार्वजनिक शौचालय या यूरिनल तक नहीं है। इससे खासकर महिला ग्राहकों को काफी परेशानी होती है। अजय कुमार व अन्य व्यवसायियों के मुताबिक यहां की सबसे बड़ी समस्या जलजमाव है। बाजार के पेठिया वाले हिस्से में सालभर सड़क पर पानी लगा रहता है। इसके एक तरफ दुर्गा मंदिर है। बदहाली का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी भीषण गर्मी और तीखी धूप के बीच भी यहां की सड़कों पर पानी लगा है। गंदगी और सड़ने से पानी का रंग हरा हो गया है। बरसात के मौसम के दो-तीन महीने बाद तक जलजमाव की समस्या गंभीर बनी रहती है। इससे रक्षा बंधन, दशहरा, दीपावली आदि त्योहार के समय तक कारोबार प्रभावित होता है। सतीश साह ने कहा कि सड़ांध और गंदगी के कारण यहां सांस लेना भी मुहाल हो जाता है। गंदगी के कारण शाम होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। नाले का अभाव में पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पिछले साल मानसून से पहले तत्कालीन नगर आयुक्त नवीन कुमार ने समस्याओं से घिरे इस इलाके का निरीक्षण किया था। इसके बाद निगम ने सुपर सकर लगाकर पानी निकलवाया था। फिर स्थिति पहले की तरह हो गई। स्थानीय वार्ड पार्षद उमेश कुमार गुप्ता के मुताबिक तब नगर आयुक्त ने प्रभावित इलाके में नया नाला बनाकर उसे मेन नाले से जोड़ने का आश्वासन दिया था। हालांकि, अब तक नतीजा सिफर ही रहा। पेठिया में सब्जी की दुकान लगाने वाले राघो राय ने बताया कि शाम चार बजे से रात नौ बजे तक तक की दुकानदारी रहती है। स्थानीय सब्जी की खेती करने वाले छोटे किसानों रोज शाम में यहां अपनी फसल बेच कर अच्छी कमाई कर लेते हैं। ग्राहक भी खेत से तोड़ी गई ताजी सब्जी के लिए यहां पहुंचते हैं। इस कारण यहां बाजार का विस्तार हुआ पर इलाके का विकास नहीं हुआ। नाला नहीं होने से बरसात के दिनों में पेठिया का दायरा सिकुड़ जाता है। 40-50 दुकानों के बदले मुश्किल से आठ-दस दुकानें लगाने की जगह बचती है।

अंधेरा होते असामाजिक तत्व और नशेड़ियों का होने लगता जुटान :

दादर बाजार और उससे सटे इलाकों में स्ट्रीट लाइट नहीं रहने से शाम होते अंधेरा पसर जाता है। इस कारण असामाजिक तत्वों की भी बढ़ जाती है। कुछ समय पहले ही एक राहगीर से छिनतई की घटना हुई थी। कई बार मारपीट की वारदात भी हो चुकी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम के बाद अपराधियों के साथ-साथ नशेड़ियों का उत्पात बढ़ जाता है। अंधेरे में मजमा लगाकर नशा करते हैं। फिर देर रात तक उत्पात मचाते हैं। इसके कारण लोग सहमे रहते हैं। डर के कारण कोई बोलता या विरोध नहीं करता है। अर्जुन सहनी, राजू कुमार, बसमतिया देवी, मंजू देवी ने बताया कि इस इलाके में चोरी व अन्य आपराधिक घटनाएं हो चुकी है। आलम यह है कि लाइट तक चोरी हो रही है। सुरक्षा का इंतजाम नहीं होने से स्थिति बदतर हो रही है। खासकर बांध से जुड़े रास्तों के अलावा बैरिया-दादर रोड व आसपास की गलियों में कई जगहों पर नशेड़ियों का जमघट लगता है। हालांकि, कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है। पुलिस की पेट्रोलिंग टीम कभी-कभार ही नजर आती है। हालात की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने नियमित पुलिस गश्ती के साथ ही रात के समय दादर बाजार की सुरक्षा के लिए बल की तैनाती की मांग की है।

बोले जिम्मेदार :

दादर पेठिया में जलजमाव, बाजार में स्ट्रीट लाइट का अभाव व अन्य परेशानी से नगर निगम को अवगत कराया गया है। निगम बोर्ड की बैठक में भी इस मामले को उठाया गया है। बावजूद समस्या का समाधान नहीं होने पर लोगों के साथ ही व्यवसायियों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। - उमेश कुमार गुप्ता, वार्ड पार्षद

दादर बाजार से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। शहर में जलजमाव से जुड़े ब्लैक स्पॉट की पहचान करके उसका दीर्घकालिक व स्थायी निदान होगा। वार्ड स्तर पर सड़क व नाला निर्माण को लेकर काम हो रहे हैं। टेंडर भी निकाले गए हैं।

- निर्मला साहू, मेयर

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