नरेंद्र मोदी ने डरकर जातीय जनगणना का ऐलान किया, दरभंगा में केंद्र सरकार पर बरसे राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने डरकर जातीय जनगणना कराने का फैसला किया। प्रशासन के रोक के बावजूद राहुल गांधी दरभंगा के आंबेडकर छात्रावास परिसर में पहुंचे और वहां मौजूद छात्रों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

दरभंगा दौरे पर पहुंचे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र की सरकार लोकतंत्र और संविधान को नहीं मानती। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने डरकर जातीय जनगणना कराने का फैसला किया। प्रशासन के रोक के बावजूद राहुल गांधी दरभंगा के आंबेडकर छात्रावास परिसर में पहुंचे और वहां मौजूद छात्रों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी दरभंगा एयरपोर्ट से सीधे ललिन नाराणय मिथिला विश्वविद्यालय परिसर स्थित डॉ. नागेंद्र झा स्टेडियम पहुंचे। वहां से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम स्थल आंबेडकर छात्रावास की ओर रवाना हुए,पर खानकाह चौक पर प्रशासन ने उनके काफिले को आगे बढ़ने से रोक दिया। इसके बाद वे पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ पैदल ही आंबेडकर छात्रावास की ओर रवाना हो गए। प्रशासन की मुस्तैदी को दरकिनार करते हुए राहुल गांधी आंबेडकर छात्रावास पहुंचे और शिक्षा न्याय संवाद में भाग लिया।
इससे पहले राहुल गांधी ने एक्स पर वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि बिहार में NDA की डबल इंजन धोखेबाज़ सरकार मुझे अंबेडकर हॉस्टल में दलित और पिछड़े छात्रों से बातचीत करने से रोक रही है। संवाद कब से अपराध हो गया? नीतीश जी किस बात से डर रहे हैं? क्या बिहार में शिक्षा और सामाजिक न्याय की स्थिति छुपाना चाहते हैं?
आंबेडकर कल्याण छात्रावास में अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि हमने संसद में जातीय जनगणना कराने की मांग की। सरकार इसे नहीं कराना चाहती थी। लेकिन आपकी ताकत से डरकर केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया। हमने संसद में मांग किया कि पीएम संविधान को माथे से लगाएं। उसके बाद डरकर उन्होंने यह काम किया। लेकिन ये लोग लोकतंत्र के खिलाफ हैं। आरक्षण की पचास प्रतिशत की सीमा को तोड़ने की हमारी मांग को स्वीकार नहीं कर कर रहे हैं।
दरभंगा के मोगलपुरा स्थित आंबेडकर छात्रावास में शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बनने पर दलित छात्रावासों की स्थिति में सुधार करेंगे। उन्हें कहा कि बड़े-बड़े पदों पर दलित वर्ग के लोगों को जगह नहीं मिल पाती है। पांच से 10 लोगों तक ही पूरा का पूरा धन जा रहा है। केरल की तरह पूरे देश में जाति जनगणना होनी चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में अडानी-अंबानी की सरकार है। यह आपकी सरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के इशारे पर प्रशासन यहां आने से मुझे रोक रही थी। लेकिन रोक नहीं पाई क्योंकि आप लोगों की तातक हमारे साथ है। भारत में लोकतंत्र है, देश संविधान से चलता है, न कि तानाशाही से। हमें सामाजिक न्याय और शिक्षा के लिए आवाज़ उठाने से कोई नहीं रोक सकता।
बताते चलें कि गुरुवार को दरभंगा में राहुल गांधी का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था। जिला प्रशासन ने राहुल गांधी को आबंडेकर कल्याण छात्रावास में शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम की मंजूरी नहीं दी थी। इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने टाउन हॉल की इजाजत दी गई थी। लेकिन प्रशासनिक रोक और पुलिस बल की तैनाती के बावजूद दरभंगा पहुंचने के बाद राहुल गांधी आंबेडकर छात्रावास जाने की जिद पर अड़ गए।
रास्ते में जब प्रशासन ने राहुल गांधी के काफिले को रोका तो वो पैदल ही सड़क पर चलने लगे। उनके साथ-साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता भी चल रहे थे। इस दौरान वहां व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट गए। आखिरकार प्रशासन के रोक के बावजूद राहुल गांधी आंबेडकर छात्रावास पर पहुंच ही गए और वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर हुए विवाद पर कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि राहुल गांधी किस मिट्टी के बने हैं यह एनडीए सरकार को पता होना चाहिए।