कोरोना के नए खतरे के बीच स्वास्थ्य महकमा अलर्ट, दुरुस्त की जा रही व्यवस्था
नवादा में कोरोना के दो नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों के साथ बैठक कर एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी जा...

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। कोरोना ने एक बार फिर से दस्तक दे दिया है। पटना में एम्स के डॉक्टर सहित दो कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। राज्य में यह एकदम पहला और नया मामला है। इसको लेकर एहतियातन आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सभी सिविल सर्जन के साथ वीसी की और दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुकूल सारी तैयारियों को दुरुस्त किया जा रहा है। नवादा सदर अस्पताल की व्यवस्था को लेकर तमाम तैयारियों के बीच फिलहाल एहतियात बरतने पर ही जोर दिया जा रहा है। सभी को मास्क लगाने की हिदायत दी जा रही है जबकि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने पर जोर दिया जा रहा है।
राज्य में कोरोना का नया मामला आने के अलावा इसके समीपस्थ राज्य पश्चिम बंगाल में चार नए केस ने भी चिंता बढ़ा दी है। भारत में फैल रहे कोविड-19 के दो नए वेरिएंट एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 के मामले बिहार में भी सामने आ जाने के बाद से स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। इस क्रम में नवादा सदर अस्ताल प्रबंधन पूरी तरह से तैयार है। यूं तो एंटीजेन किट से पूर्व से ही निरंतर जांच जारी थी, लेकिन हालिया सातर्कता के बीच और सावधानी बरती जाने लगी है। फिलहाल पांच-पांच हजार आरटीपीसीआर और एंटीजेन किट सदर अस्पताल में उपलब्ध हैं। इस बीच, आरटीपीसीआर लैब भी नियमित रूप से कार्यरत है। एंटीजेन किट से जांच के क्रम में बहुत स्पष्ट परिणाम नहीं निकल पाने की स्थिति में आरटीपीसीआर से जांच की जा रही है। यह जांच उन मरीजों की जा रही है, जिनमें कुछ संदेहास्पद लक्षण दिखाई पड़ रहे हों। हालांकि आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने सोमवार का पड़ताल की तो निराशाजनक स्थिति यह रही कि अस्पताल में अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग होता तक नजर नहीं आया। कुल मिलाकर अस्पताल तक में यह स्थिति है कि न तो मरीज और न ही कर्मी कोरोना के मद्देनजर विशेष जागरूक नजर आए। 35-40 जांच हो रही है प्रतिदिन, कोई नहीं मिला पॉजिटिव सदर अस्पताल में प्रतिदिन 35 से 40 लोगों की जांच जारी है। संतोष की बात यह है कि अभी तक एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है। यूं तो जेल भेजे जाने से पूर्व बंदियों की कोरोना जांच लगातार चलती ही रही है लेकिन वर्तमान में आम लोगों की भी जरूरत के हिसाब से जांच की जा रही है। सिविल सर्जन डॉ.बिनोद कुमार चौधरी ने बताया कि सरकार के निर्देशों के अनुकूल कोरोना सतर्कता को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। ऑक्सीजन प्लांट भी तकनीकी खराबी से इतर ऑक्सीजन कन्सेन्टेटर के कारगर विकल्प पर वर्तमान में निर्भरता बनी हुई है। इस बीच, जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अमित कुमार ने बताया कि नई परिस्थितियों में ऑक्सीजन प्लांट को दुरुस्त करने के लिए बीएमएसआईसीएल को पत्र लिखा गया है। अगले 15 दिनों में सारी व्यवस्था ठीक कर ली जाएगी। कोरोना वार्ड के निर्माण के लिए नशा मुक्ति केन्द्र परिसर को दुरुस्त कर लिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर इसका तत्काल उपयोग कर लेने तक की तैयारी कर ली गयी है। ------------------------- सावधानी बरतने पर लोग दें ध्यान : सिविल सर्जन नवादा। कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव को लेकर सिविल सर्जन डॉ.बिनोद कुमार चौधरी ने आम लोगों से अपील की है कि लोग पूरी तरह से सर्तक रहें और सावधानी बरतें। सावधानी ही सर्वोत्तम बचाव है। कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव को लेकर आमजन मास्क लगाएं। किसी भी स्थिति में सोशल डिस्टेंस का पालन करें जबकि समय-समय पर सैनिटाइजर का प्रयोग करें। किसी स्तर पर भी चूक न हो, इसका खास ख्याल रखें। इम्यूनिटी बूस्ट करने वाला आहार लें ताकि परिस्थितियों का सहजता से सामना किया जा सके। इसके बावजदू वायरल शारीरिक समस्या रहे तो अविलम्ब सरकारी अस्पताल में पहुंच कर जांच और इलाज कराएं। ------------------------- सर्दी-खांसी के बढ़ रहे मामले, ओपीडी में खासी भीड़ नवादा। हालिया दिनों में मौसम के उतार-चढ़ाव के कारण लगातार सर्दी और खांसी के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसको लेकर ओपीडी में काफी भीड़ पहुंच रही है। इनमें से ज्यादातर मरीज सर्दी-खांसी के पीड़ित हैं। सामान्यत: चार सौ ओपीडी में से लगभग दो सौ मरीज इन बीमारियों से पीड़ित आ रहे हैं। ------------------------ कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण: -सिरदर्द -बुखार -आंखों में जलन -सूखी खांसी -स्वाद या गंध न आना -गले में खराश -नाक बहना या बंद हो जाना -थकान व मांसपेशियों में दर्द -दस्त या उल्टी
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