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जलनिकासी की समस्या भारी, घर के पास गड्ढे में जमा रहता है पानी

नवादा के लोहानीबिगहा मोहल्ले में जलनिकासी की समस्या विकराल होती जा रही है। गंदा पानी घरों के पास जमा रहता है, जिससे जलजमाव और प्रदूषण बढ़ रहा है। स्थानीय वार्ड पार्षद अनीता देवी ने इस समस्या को...

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाFri, 6 June 2025 12:07 PM
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जलनिकासी की समस्या भारी, घर के पास गड्ढे में जमा रहता है पानी

नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। शहर स्थित एक प्रमुख मोहल्ले लोहानीबिगहा में जलनिकासी की समस्या भारी पड़ रही है। इस मोहल्ले के घरों के पास गड्ढे में गंदा पानी जमा रहता है। न सिर्फ लोहानीबिगहा बल्कि इसके साथ ही केन्दुआ, प्राणबिगहा, देदौर आदि मोहल्लों में भी हालात एक समान बुरे हो कर रह गए हैं। जलनिकासी नहीं होने के कारण जलजमाव जैसी स्थिति परेशानी का सबब बनी पड़ी है। इन मोहल्लों में जलनिकासी के अभाव से उत्पन्न संकट के अलावा अन्य मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। एनएच को जोड़ने वाली सड़क के उद्धार की प्रबल जरूरत है लेकिन इस दिशा में कुछ भी सार्थक नहीं हो पा रहा है।

उल्लेखनीय है कि 2022 के परिसीमन के बाद नवादा शहरी क्षेत्र में शामिल इन संबंधित मोहल्लों के वार्ड का नंबर एक है। यह वर्तमान में कई मूलभूत समस्याओं से गुजर रहा है। लगभग 10 हजार की आबादी जल निवासी की विकराल हो चुकी समस्या को झेलने को अभिशप्त है। हाल यह है कि वार्ड के लोग अपने घरों के सामने ही गड्ढे में पानी जमा रखने को बाध्य हैं। लगभग हर घर के आगे यह दृश्य आम है। कुछ लोगों ने भले ही पानीसोख्ता जैसा बना रखा है लेकिन ज्यादातर लोग खुले में बने गड्ढे में जमा पानी के कारण प्रदूषण भी झेलने को अभिशप्त हैं। वार्ड के लोहानीबिगहा, केन्दुआ, प्राणबिगहा और देदौर आदि मोहल्ले में जल निकासी की समस्या समेत अन्य कई सुविधाओं का भी अभाव है। स्थानीय वार्ड पार्षद अनीता देवी भी मानती हैं कि वार्ड की सबसे बड़ी समस्या जलनिकासी से जुड़ी है। इसके रास्ते निकालने को वह सतत प्रयत्नशील हैं लेकिन कुछ व्यवहारगत कठिनाइयों के कारण बात बन नहीं पा रही है। मुहाना बंद हो जाने से नहीं बन पा रही है बात स्थानीय वार्ड पार्षद अनीता देवी कहती हैं कि केन्दुआ स्थित धर्मशीला देवी अस्पताल के समीप नाले की निकासी बंद हो जाने से जल निकासी की समस्या विकराल हो कर रह गयी है। इसके बावजूद उनके स्तर पर प्राणबिगहा स्थित धर्मस्थल के समीप और केन्दुआ स्थित शिव मंदिर के समीप से जल निकासी के उपाय निकाले गए हैं। मुश्किल यह है कि जब तक इसका निकास अंतत: बरहगैनिया पइन में जा कर नहीं गिरता, तब तक स्थायी समाधान नहीं निकल सकता। यह बड़ी योजना है। इस कार्य को कराने के लिए राज्य मद से प्राथमिकता के आधार पर योजना को सम्मिलित करा दिया गया है। इधर, ग्रामीण कहते हैं कि जल निकासी की समस्या के अलावा अलावा एनएच-31 को जोड़ने वाली सड़क के जर्जर रहने से होने वाली परेशानी का अंत होता भी नहीं दिख रहा है। इसके समाधान को लेकर वार्ड पार्षद कहती हैं कि यह योजना उनके फंड से बनवा पाना संभव नहीं है। इसके लिए नगर विकास से योजना क्रियान्वयन की जरूरत है। इसके लिए प्रयास जारी है। नगर परिषद की बोर्ड की बैठक में इस योजना को शामिल करने की पहल शीघ्र ही की जाएगी। मोहल्ले तक नहीं पहुंच रहा विकास, लोगों को लगी है आस इस वार्ड के कई मोहल्ले विकास कार्यों से अब भी दूर हैं। यह मोहल्ला शहरी क्षेत्र का हिस्सा है लेकिन आज भी कई मामलों में विकास की किरण नहीं पहुंच सकी है। ग्रामीणों की मानें तो लोहनी बिगहा, प्राण बिगहा, देदौर और केंदुआ गांव की पानी निकासी की समस्या के अलावा स्वास्थ्य केन्द्र नहीं रहने से परेशानी है। आंगनबाड़ी केन्द्र तो है लेकिन उसे अपना भवन नहीं है। यह किराए के भवन में संचालित है। हालांकि यहां उच्च विद्यालय है, जो स्थानीय छात्र-छात्राओं के लिए बेहद सहायक है। ग्रामीणों की यह भी शिकायत है कि अतिक्रमण के कारण कई स्थानों पर नाली और नाला का निर्माण नहीं हो पा रहा है। इस घनी आबादी वाले क्षेत्र में नाली की निकास को लेकर बड़ी समस्या बनी हुई है। इसके समाधान के लिए नली का निर्माण बेहद जरूरी है लेकिन मोहल्ले की संरचना के कारण इसमें आने वाली बाधा के मद्देनजर सम्पूर्ण समाधान नहीं निकल सका है। मोहल्ले में नाली-गली की समस्या के समाधान को लेकर वार्ड पार्षद अनीता देवी कहती हैं कि नाली का निर्माण भी जारी है। पूर्व से बाधित कार्यों को संपादित कराया जा रहा है। पेवर ब्लॉक लगाने का कराया गया है कार्य अभी हाल में ही लोहानीबिगहा में पेवर ब्लॉक लगाया गया जबकि केन्दुआ शिव मंदिर के समीप सोलिंग का कार्य कराया गया है। जो वार्ड पार्षद के निजी फंड से संभव है, वह सारे कार्य स्वीकृति के बाद कराए जा रहे हैं लेकिन केवल वह कार्य अब भी बाधित हैं, जो बड़े बजट के कारण राज्य मद से ही संभव हैं। लोगों को प्यास बुझाने के लिए चापाकल ही मूल सहारा है। पेयजल संकट की समस्या हर साल गर्मी के दिनों में लोग झेलने को बाध्य रहते हैं। ऐसी समस्याओं के समाधान को लेकर स्थानीय वार्ड पार्षद दावा करती हैं कि उनकी कोशिशें जारी है और आने वाले दिनों में इस वार्ड में विकास की रोशनी निर्बाध रूप से पहुंचेगी। बिजली की समस्या भी करती है परेशान यूं तो बिजली की समस्या इस वार्ड में बहुत विकराल नहीं है लेकिन लोड शेडिंग आदि का संकट बना रहता है। इस कारण बिजली का संकट स्थायी तो नहीं लेकिन इससे छुटकारा भी नहीं मिल पा रहा है। शहरी क्षेत्र का हिस्सा होने के बावजूद जल जमाव एवं गंदगी का ढेर वार्ड परेशानी का वायस है। अब काफी घनी और कारोबारी क्षेत्र हो जाने के कारण बैंक संबंधी काम की जरूरत काफी है लेकिन कारोबारियों और तमाम लोगों को बैंकिंग के लिए वार्ड से काफी दूर मुख्यालय पर निर्भर रहना पड़ता है, जिस कारण संकट झेल रहे लोगों ने कम से कम बैंक के एटीएम की सुविधा पर जोर दिया है। ------------------ आमजनों की व्यथा : वार्ड में एक भी उच्च शिक्षण संस्थान है, लेकिन उच्च माध्यमिक स्तर का विद्यालय रहने से छात्र-छात्राओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता। 2022 के बाद से वार्ड का समग्र विकास प्रतीक्षित है लेकिन इसकी गति काफी धीमी रहने से निराशा बनी हुई है। -रामप्रवेश पासवान, स्थानीय निवासी। पेयजल की समस्या से लोग दो-चार होने को बाध्य हैं। गर्मी के दिनों में यह परेशानी और भी बढ़ जाती है। मोहल्ले में खराब चापाकलों को ठीक कराने की जरूरत है। राज्य की महत्वाकांक्षी नल-जल जैसी योजना से जलापूर्ति का पानी सुचारू रहे, तो सही होगा। -भगत सिंह, स्थानीय निवासी। शहर का वार्ड होने के बावजूद अभी तक इसका समग्र विकास लम्बित है। इस मोहल्ले में वर्तमान में कई समस्याएं बरकरार हैं। जल निकासी की समस्या सबसे बड़ी है। इसके स्थायी समाधान के अलावा स्वास्थ्य सेवा की स्थिति को भी सुदृढ़ करने की जरूरत है। -कारू यादव, स्थानीय निवासी। वार्ड में विकास कार्य हुए हैं लेकिन इसमें गति आना जरूरी है। जल निकासी के साथ ही सड़क निर्माण की जरूरत है। नवादा नगर परिषद के नए परिसीमन के तहत साल 2022 में इस क्षेत्र को नगर परिषद में शामिल कर लिया गया पर उसी रूप में विकास हो। -रतन धन, स्थानीय निवासी। ---------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार : जलनिकासी की समस्या के समाधान पर मेरा सारा ध्यान है। इससे ही जुड़ी जलजमाव की समस्या का समाधान साथ ही निकल आएगा। जल्द ही इस पर कुछ सकारात्मक कदम उठाना संभव हो सकेगा। चूंकि जल निकासी की समस्या का समाधान राज्य मद की योजना से ही संभव है इसलिए इस योजना को बोर्ड की बैठक में शामिल करायी जाएगी। इस वार्ड की एक बड़ी समस्या सड़क की है, जो एनएच से जुड़ती है। इसका समाधान नगर विकास की योजना से ही संभव है। वार्ड में विकास के लिए काम किया जा रहा है। लोगों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने का भरपूर प्रयास जारी है। आने वाले दिनों में वार्ड के जो मोहल्ले विकास से दूर हैं, उनका विकास किया जाएगा। -अनीता देवी, वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर-01, नवादा नगर परिषद।

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