Neglected Road Causes Hassles for Villagers in Roh Urgent Repairs Needed रोह : छह गांवों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल, लोग परेशान, Nawada Hindi News - Hindustan
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रोह : छह गांवों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल, लोग परेशान

रोह, निज प्रतिनिधिआधे दर्जन गांवों को जोड़ने वाली रूपौ-जैला-बेनीपुर सड़क बदहाल हो गई है। जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है।

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादाSun, 8 June 2025 03:01 PM
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रोह : छह गांवों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल, लोग परेशान

रोह, निज प्रतिनिधि आधे दर्जन गांवों को जोड़ने वाली रूपौ-जैला-बेनीपुर सड़क बदहाल हो गई है। जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। यह सड़क युगेशपुर, भीखमपुर, लक्ष्मीपुर, एनीडीह, जैला व बेनीपुर गांव को रूपौ के पास स्टेट हाइवे संख्या 82 से जोड़ती है। वहीं धनावां और चंद्रशेखर नगर के लोग भी इसी मार्ग से आवागमन करते हैं। रूपौ से जैला गांव को जाने वाली सड़क रूपौ से युगेशपुर और लक्ष्मीपुर से जैला के बीच बदतर हालत में है। इस सड़क की लंबाई पांच किलोमीटर है और जगह-जगह पर इसकी हालत बहुत खराब है। कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कत हो रही है।

वहीं रूपौ से बेनीपुर गांव को जाने वाली सड़क की लंबाई तीन किमी है। इस सड़क की स्थिति भी काफी खराब है। सड़क पर गड्ढों के चलते ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी होती है। फिलहाल तो गर्मी के दिनों में धूल धूसरित सड़क से आवागमन हो रहा है। लेकिन बरसात के दिनों में यह परेशानी का सबब इन गांवों के लोग के लिए बन जाता है। इस सड़क से रोजाना सैकड़ों ग्रामीण गुजरते हैं। जिन्हें बारिश में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। क्योंकि सड़क खराब होने से कीचड़ और गड्ढे जल्द हो जाते हैं। जगह-जगह बारिश का पानी भी जमा हो जाता है। ऐसे में ग्रामीणों को जल्दी निकलने में पेरशानी होती है और कई बार दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। इस सड़क से आवागमन करने वाले लोगों का कहना है कि सड़क की नियमित मरम्मत नहीं होने के कारण यह धीरे-धीरे बदहाल हो गई है। सड़क की बदहाली के कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। सड़क पर बने गड्ढों और खराब हालत के कारण दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। सड़क की बदहाली के कारण स्थानीय लोगों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। सड़क की खराब हालत के कारण स्थानीय लोगों को अपने दैनिक जीवन में काफी परेशानी हो रही है। अस्पताल और स्कूल तक पहुंचने में भी दिक्कत हो रही है। इसी सड़क से लोग पहुंचते हैं मां चामुण्डा देवी शक्तिपीठ करीब दस हजार की आबादी को स्टेट हाइवे संख्या 82 से जोड़ने वाली इस महत्वपूर्ण सड़क से ही लोग मां चामुण्डा देवी शक्तिपीठ पहुंचते हैं। माता के दरबार में रोजाना सैकड़ों लोग दर्शन एवं पूजन के लिए पहुंचते हैं। मंगलवार और शनिवार को तो अहले सुबह से भक्तों की भीड़ लगी रहती है। नवरात्र में दूर दराज से काफी लोग शक्तिपीठ में पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं। सड़क की हालत बदतर रहने से लोगों को दिक्कत होती है और स्थानीय लोगों को शर्मसार होना पड़ता है। गांवों के विकास में बाधक बन रही बदहाल सड़क बदहाल सड़क इन गांवों के विकास में बाधक बन रही है। खराब सड़क के कारण लोग अभिशप्त जीवन जीने को विवश हैं। कम समय में दूरी तय करने का सपना साकार नहीं हो रहा है। विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए रूपौ जाने में दिक्कत हो रही है। खराब सड़क के कारण यात्री वाहनों के सीमित संचालन से ग्रामीणों को असुविधा हो रही है। गड्ढे वाली सड़क पर हिचकोले खाते हुए आवागमन करना ग्रामीणों की नियति बन गई है। ई-रिक्शा चालक महेश कुमार बताते हैं कि सड़क खराब होने के कारण कई बार उनका रिक्शा पलट चुका है, जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ। खराब सड़क के कारण अक्सर उन्हें गाड़ी में काम करवाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर सड़क बनती है तो रोजगार में भी वृद्धि होगी। जैला गांव निवासी बीरेंद्र प्रसाद, विजय कुमार ने बताया कि इस सड़क से कई गांव के हजारों लोग आते जाते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक करीब छह साल पहले यह सड़क बनाई गई थी, लेकिन कुछ सालों के बाद ही जर्जर हो गई। भीखमपुर निवासी रामचंद्र प्रसाद, सुनीता कुमारी, दिनेश प्रसाद, गुड्डू कुमार का कहना है कि सड़क खराब होने से रूपौ पढ़ने जाने वाले बच्चों को बहुत परेशानी होती है। गांवों के मरीजों को भी इलाज के लिए रूपौ जाने में दिक्कत होती है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का निर्माण कई वर्ष पूर्व हुआ था, लेकिन इसकी एक बार भी मरम्मत नहीं कराई गई है। यदि सड़क की मरम्मत हो जाए तो आवागमन में सहूलियत हो जाएगी। ग्रामीण राजीव कुमार, रंजीत सिंह, रौशन कुमार समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि इस सड़क को दुरुस्त करवाने के लिए जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। यह सड़क क्षेत्र में विकास होने का दावा करने वालों की पोल खोलती नजर आ रही है। क्या कहते हैं ग्रामीण:- रूपौ से बेनीपुर गांव की दूरी करीब साढ़े तीन किमी है। जंगल और पहाड़ से सटे इस गांव तक आवागमन के लिए एक मात्र सड़क की हालत बदतर है। जिसके कारण आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। टूटी फूटी सड़क के चलते गांव का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है। सड़क पर सुगम तरीके से आवागमन करने का ग्रामीणों का सपना बिखर रहा है। इस सड़क को गुणवत्तापूर्ण तरीके से बनवाने की आवश्यकता है। अजीत कुमार, बेनीपुर रोह प्रखंड के सबसे अंतिम छोर पर जैला गांव अवस्थित है। विकास के मामले में पिछड़े हुए इस गांव के लोगों को मूलभूत सुविधा के नाम पर एक अदद अच्छी सड़क भी नसीब नहीं है। ऊबड़ खाबड़ सड़क पर आवागमन करना ग्रामीणों की नियति बन गई है। खराब सड़क के कारण आवश्यकता पड़ने पर जल्दी पहुंचना दुष्कर होता है। किसी बीमार व्यक्ति को समय पर डॉक्टर के पास पहुंचाना सड़क के कारण मुश्किल होता है। जनप्रतिनिधि हम ग्रामीणों की बुनियादी समस्याओं का समाधान करें। बीरेंद्र यादव, जैला अच्छी सड़क किसी क्षेत्र के विकास का आधार होती है। रूपौ से बेनीपुर गांव को जाने वाली सड़क की हालत खराब है। वहीं रूपौ से युगेशपुर और लक्ष्मीपुर से जैला गांव तक सड़क बदतर हालत में है। सड़क की बदहाल स्थिति के कारण ग्रामीणों को काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है। सड़क खराब रहने के कारण इस इलाके में आवागमन की सुविधा काफी कम है। जिससे विकास की परिभाषा यहां अधूरी रह जा रही है। खराब सड़कों को दुरुस्त करवाने के लिए जनप्रतिनिधियों को पहल करना चाहिए। रामचन्द्र प्रसाद, भीखमपुर स्टेट हाइवे संख्या 82 पर रूपौ बाजार से चामुण्डा देवी शक्तिपीठ पहुंचने के लिए यही एकमात्र सड़क है, जो पतली है और खराब है। माता के दरबार में दर्शन एवं पूजन करने आने वाले श्रद्धालु इसी सड़क से आवागमन करते हैं। जिन्हें आने जाने में परेशानी होती है। इस महत्वपूर्ण सड़क की चौड़ाई बढ़ानी चाहिए और गुणवत्तापूर्ण सामग्री से इस सड़क का निर्माण कराया जाना चाहिए। सड़क की बदतर स्थिति के कारण कई गांवों के ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आम जनता की परेशानी को प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि जल्द दूर करने का प्रयास करें। अनिल पाण्डेय, रूपौ क्या कहते हैं जिम्मेदार:- आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों के आवागमन के लिए वर्तमान सड़क की बदहाली से इस क्षेत्र के लोग खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। सरकार गांवों तक चकाचक सड़क निर्माण करवा रही है। मगर इस इलाके के लोगों को अच्छी सड़क के लिए तरसना पड़ रहा है। सड़क निर्माण के लिए ग्राम पंचायत में कोई योजना नहीं है। लिहाजा सड़क की बदहाली दूर करने के लिए संबंधित विभाग को लिखा जाएगा। विकास कुमार, मुखिया, ग्राम पंचायत भीखमपुर।

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