पुणे के कारोबारी की बिहार में हत्या; फ्लाइट से बदमाशों ने पटना बुलाया, फिर जहानाबाद में मिली लाश
पुलिस ने बताया मृतक स्क्रैप व्यवसायी थे। वे 11 अप्रैल को फ्लाइट से पटना आये थे। इसके बाद उनकी हत्या कर शव को झुनकी के समीप लाकर फेंक दिया गया था। उन्होंने बताया कि शव मिलने के बाद पहले घोसी पुलिस इसे एक्सीडेंटल केस मान रही थी।

दो दिनों पूर्व शनिवार की सुबह घोसी थाना क्षेत्र के झुनकी और मननपुर गांव के बीच एनएच 33 के किनारे लावारिस हालत में मिले अज्ञात शव की पहचान हो गई है। मृतक लक्ष्मण शिंदे महाराष्ट्र के पुणे के निवासी थे जिनका पुणे में व्यवसाय था और संभवतः बड़े व्यवसाय का झांसा देकर उन्हें पटना बुलाया गया था। उसके बाद से वे लापता थे। पटना हवाई अड्डा थाने की पुलिस आपराधिक मामला दर्ज कर अनुसंधान कर रही थी। जहानाबाद के एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने सोमवार की देर शाम इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि घोसी थाना अंतर्गत सड़क किनारे मिले अज्ञात शव के मामले में यूडी केस दर्ज कर घोसी थाने की पुलिस पहचान के लिए अपने स्तर से अनुसंधान कर रही थी। अनुसंधान के क्रम में हीं सोमवार को पटना पुलिस ने तकनीकी जांच के तहत जहानाबाद पुलिस से संपर्क किया तो यह स्पष्ट हुआ कि मृतक महाराष्ट्र के पुणे के निवासी थे। उन्होंने यह भी बताया कि सोमवार को ही मृतक का पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी यहां प्राप्त हुआ है। जहानाबाद पुलिस मामले के पूर्ण उदभेदन में पटना पुलिस का सहयोग कर रही है।
खबर के अनुसार पुणे निवासी लक्ष्मण साधु शिंदे का पुणे में स्क्रैप का बड़ा कारोबार है। फिलहाल यह बताया जा रहा है कि बड़े व्यवसाय की डील करने के नाम पर उन्हें पुणे से फ्लाइट से पटना बुलाया गया। बदमाशों ने उन्हें वहीं से अगवा कर लिया था। संभवत उक्त व्यापारी से रुपए की डिमांड की गई होगी और नहीं देने पर उन्हें अन्यत्र हत्या कर उनकी लाश को घोसी के मननपुर - झुनकी के बीच लाकर फेंक दिया था। यह भी बताया गया है कि पटना एयरपोर्ट से गाड़ी से रिसीव कर उन्हें नालंदा के हिलसा में ले जाया गया था। मृतक पुणे के रायसोनी पार्क मार्केट के निवासी थे।
इधर घोसी एसडीपीओ - 2 संजीव कुमार ने जानकारी दी है कि मृतक स्क्रैप व्यवसायी थे। वे 11 अप्रैल को फ्लाइट से पटना आये थे। इसके बाद उनकी हत्या कर शव को झुनकी के समीप लाकर फेंक दिया गया था। उन्होंने बताया कि शव मिलने के बाद पहले घोसी पुलिस इसे एक्सीडेंटल केस मान रही थी। शव मिलने के स्थान, शरीर पर चोट के निशान, घटनास्थल पर एक्सीडेंट के कोई साक्ष्य नहीं मिलने, एक्सीडेंट के बाद व्यक्ति का पहचान नही होना ये सभी सवाल हत्या की ओर इशारा कर रहा था। खबर के अनुसार अब ऊक्त मामला एक हाई प्रोफाइल मर्डर केस में तब्दील हो गया है जिसकी मुख्य रूप से पटना पुलिस तकनीकी जांच को आगे बढ़ाई है और इसमें जहानाबाद के अलावे नालंदा जिले की पुलिस भी सहयोग कर रही है।