Janaki Nagar Railway Station Urgent Need for Passenger Amenities and Parking Facilities बोले पूर्णिया: रेलवे स्टेशन पर बने प्रतीक्षालय, पेयजल व पार्किंग की हो व्यवस्था , Purnia Hindi News - Hindustan
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बोले पूर्णिया: रेलवे स्टेशन पर बने प्रतीक्षालय, पेयजल व पार्किंग की हो व्यवस्था

जानकी नगर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का गंभीर अभाव है। शौचालय, शुद्ध पेयजल, और वाहन पार्किंग की कमी से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और रेलवे...

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाThu, 19 June 2025 04:16 AM
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बोले पूर्णिया: रेलवे स्टेशन पर बने प्रतीक्षालय, पेयजल व पार्किंग की हो व्यवस्था

प्रस्तुति: अवधेश राय अंग्रेज के जमाने में बना जानकी नगर रेलवे स्टेशन आज भी कई मायने में विकास से अछूता है। एक तरफ यात्रियों के लिए शौचालय की कमी है तो दूसरी तरफ शुद्ध पेयजल का भी घोर अभाव है। यहां दो हजार से अधिक लोग रोजाना जानकी नगर रेलवे स्टेशन से विभिन्न जगहों के लिए यात्रा करने आते हैं। पहले के जमाने में छोटी लाइन थी और अब बड़ी लाइन हो गई है। बनमनखी के सुदूरवर्ती इलाके से 250 से अधिक बाइक सवार और साइकिल सवार ट्रेन की यात्रा करने आते हैं जिनको अपना वाहन पार्किंग करने का झमेला लगा रहता है।

महिलाओं को अलग से शौचालय नहीं रहने का मलाल भी यात्री को रहता है और इनके लिए प्रतीक्षालय की अच्छी सुविधा न होना भी इनका मन खट्टा कर जाता है। बड़ी-बड़ी ट्रेनों के ठहराव की मांग भी बहुप्रतीक्षित रही है। हिन्दुस्तान के बोले पूर्णिया अभियान को लेकर जब लोगों से बात की गई तो उन लोगों ने अपना-अपना दर्द सुनाया और सुविधाओं की मांग को जोरदार तरीके से रखा। र्णिया कोर्ट - सहरसा बड़ी लाइन रेलखंड के बीच जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर रेल यात्रियों के लिए वाहन पार्किंग की समुचित -व्यवस्था नहीं रहने से रेलयात्री खास परेशान हैं। रेलयात्री सुविधाएं बहाल कराने में रेल प्रशासन पूरी तरीके से उदासीन दिखती है। स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी लगता है इस मसले से कोई सरोकार नहीं है। स्थानीय रेल यात्रियों ने बताया कि चार जिले क्रमशः पूर्णिया, अररिया, सुपौल एवं मधेपुरा जिला सीमा पर जानकीनगर रेलवे स्टेशन अवस्थित है। यहां से रोजाना सैकड़ों लोग ट्रेन में सफर करते हैं। परंतु यहां रेल यात्रियों के लिए वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं है, जबकि जानकीनगर रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ वाहन पार्किंग के लिए रेलवे की पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। स्थानीय लोगों ने बताया कि वाहन पार्किंग निर्माण कराने के लिए पिछले 15 वर्षों से लगातार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और रेल अधिकारियों को मांग पत्र सौंपते सौंपते थक चुके हैं। परंतु अबतक स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने विधानसभा अथवा लोकसभा के सदन तक आवाज बुलंद नहीं किया है। इसका खामियाजा इस इलाके के लोगों को पिछले 15 सालों से भुगतना पड़ रहा है। वहीं पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर रेल मंडल के अधिकारी इतना कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन एवं रेलवे बोर्ड के हाथों में जिम्मेवारी है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और रेल प्रशासन से यहां के लोगों ने उम्मीद भी छोड़ दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्ष- 2016 के 20 नवंबर को एक्सेस ट्रेन के ठहराव को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन किया गया। इसके बाद 22 मार्च 2022 को जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर पूर्णिया - सहरसा बड़ी लाइन रेलखंड पर छह जोड़ी पैसेंजर ट्रेन एवं एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव को लेकर अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण रेल चक्का जाम किया गया था। इसमें 131 नामजद एवं 2400 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यहां के लोगों ने पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम एवं पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के जीएम को मांग पत्र सौंपकर 18625/18626 कोसी एक्सप्रेस, 13205/13206 जनहित एक्सप्रेस, 14617/14618 जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव की मांग की थी तथा सहरसा - नई दिल्ली तक जानेवाली 12553/12554 वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन को पूर्णिया कोर्ट से चलाने की मांग की थी। उस समय लोगों ने कहा था कि वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन सहरसा रेलवे जंक्शन पर लगभग 10 घंटे खड़ा रहती है। इस ट्रेन को पूर्णिया कोर्ट से चलाया जाना जरूरी है । रेल यात्रियों ने बताया कि जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर आरक्षित टिकट काउंटर अतिआवश्यक है। क्योंकि यहां के चार जिले के मजदूर दो वक्त की रोटी की जुगाड़ में परदेश जाने तथा मुरलीगंज, बनमनखी जंक्शन, पूर्णिया कोर्ट एवं सहरसा जाने के लिए पूरी रात प्लेटफार्म पर रहने को मजबूर रहते हैं। कई लोगों ने बताया कि रेल यात्रियों को शुद्ध पेयजल समुचित व्यवस्था नहीं है। महिला एवं पुरुष रेल यात्रियों के लिए शौचालय तक नहीं है। ट्रेनों का इंतजार करने वाले यात्रियों के लिए यहां प्रतीक्षालय तक नहीं है। प्लेटफार्म नंबर एक और दो पर अधिकांश लाइट खराब है। विलंब से चल रही ट्रेनें पूर्णिया कोर्ट से सहरसा के बीच बड़ी लाइन रेलखंड पर इन दिनों पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन घंटों विलंब से हो रहा है, जिससे आम यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेनें नियमित रूप से तीन से चार घंटे की देरी से चल रही हैं, जिससे विशेष रूप से दैनिक यात्रा करने वाले और गरीब तबके के लोग प्रभावित हो रहे हैं। रेलयात्रियों ने बताया कि गाड़ी संख्या 55570/55569 (सहरसा-पूर्णिया कोर्ट), गाड़ी संख्या 75258/75257 (सहरसा-पूर्णिया जंक्शन) और गाड़ी संख्या 75260/75259 (सहरसा-पूर्णिया) प्रतिदिन तीन से चार घंटे की देरी से चल रही हैं। बोगी की कमी बनी समस्या पूर्णिया कोर्ट-सहरसा रेलखंड पर चलने वाली अधिकांश पैसेंजर ट्रेनों में बोगियों की संख्या बेहद कम है। ऐसे में हाल्ट स्टेशनों पर यात्री ट्रेन के आने पर चढ़ नहीं पाते, जिससे टिकट का पैसा भी बर्बाद हो जाता है। यात्री बताते हैं कि ट्रेन में चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की आम बात हो चुकी है, जो कभी भी गंभीर हादसे का कारण बन सकती है। विकल्प के तौर पर लोग सड़क मार्ग से यात्रा करने को मजबूर हैं, लेकिन सहरसा-पूर्णिया को जोड़ने वाली एनएच-107 मुख्य सड़क की हालत भी बेहद खराब है। निर्माण कार्य अधूरा है और जगह-जगह सड़क जर्जर हो चुकी है, जिससे वाहन चालकों को जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ती है। ऐसे में इस इलाके के लोगों के लिए रेल ही एकमात्र भरोसेमंद साधन बचा है। रोजाना सैकड़ों लोग दूर दराज के लिए जानकी नगर रेलवे स्टेशन से आवाजाही करते हैं इसलिए यहां एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव होना चाहिए। -कृष्ण मोहन छात्र -छात्राओं को पठन-पाठन के लिए बड़े शहरों में जाना पड़ता है इसलिए इस रूट पर लंबी दूरी की ट्रेन चलनी चाहिए। -मुकेश राय रोजाना लोगों को इलाज कराने और निजी कार्य से आवाजाही करना पड़ता है इसलिए रेल प्रशासन को यात्री सुविधाएं मुहैया कराना चाहिए। -जूली कुमारी पूर्णिया - सहरसा बड़ी लाइन रेलखंड रूट पर अगर पैसेंजर ट्रेनों की बढ़ोतरी होती है और एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता है तो राजस्व का मुनाफा होगा। -कविता कुमारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सदन में जनहित की मांगों पर आवाज उठानी चाहिए। इस दिशा में लगता है जनप्रतिनिधि काफी सुस्त पड़ गए हैं। -आमिर खान जानकीनगर रेलवे स्टेशन के उत्तर दिशा में चोपड़ा बाजार रेलवे ढाला से जानकीनगर रेलवे स्टेशन तक एप्रोच पथ का निर्माण जरूरी है। -गुड़िया कुमारी प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया में रेल यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी लगाया जाय ताकि निगरानी रखा जा सके। -विकास सुराणा जानकीनगर रेलवे स्टेशन से बस पड़ाव तक आवाजाही वाली मुख्य मार्ग को अविलंब अतिक्रमण मुक्त कराया जाय । -प्रेमशंकर भगत सहरसा -नई-दिल्ली तक चलने वाली वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन का बनमनखी जंक्शन से परिचालन कराया जाय ताकि लंबी दूरी की ट्रेन नसीब हो सके। -नवरत्न सुराणा अब डीजल से चलने वाली डीएमयू पैसेंजर ट्रेन को बंद कर बिजली से चलने वाली मेमू ट्रेन का परिचालन किया जाय। -आकाश वर्मा माल यार्ड की सुविधा अब नहीं है। स्थानीय व्यापारियों को बाहर से माल मंगवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। -बिट्टू साह जानकीनगर रेलवे स्टेशन में कार्यरत रेल कर्मियों का क्वाटर क्षतिग्रस्त है। रेल कर्मियों को गुणवत्तापूर्ण क्वार्टर का निर्माण कराया जाय। -मोहित सुराणा वाहन पार्किंग का निर्माण होना जरूरी है क्योंकि आसपास के लोग बाइक से यहां आते हैं और ट्रेन पड़कर पूर्णिया, मधेपुरा एवं सहरसा जाकर शाम में लौटते हैं। -प्रकाश सुराणा जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर तो रैंक प्वाइंट और माल गुदाम की आवश्यकता है। इस इलाके में मखाना और मक्का के बड़े पैमाने पर कारोबार के लिए जरूरी है। -रूपेश कुमार सिंह जानकीनगर रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर ऐतिहासिक धरोहरों की सूची बोर्ड में अंकित होना जरूरी है। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को काफी परेशानी होती है। -शैलेन्द्र सिंह हाल के दिनों में रेल यात्रियों की संख्या बढ़ी है तो उस हिसाब से सुविधा भी बढ़ानी चाहिए। रेल यात्रा काफी सहज महसूस होता है तो रोडवेज छोड़कर रेलवे की ओर आते हैं। -प्रमोद कुमार भगत बोले जिम्मेदार जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए संबंधित मंत्रालय से बात की जाएगी और जनता की सुविधा बहाल करवाई जाएगी। इसके लिए सड़क से सदन तक आवाज बुलंद की जाएगी। जनता की सुविधाओं के लिए लगातार मंत्रालय से बातचीत की जा रही है। जानकी नगर रेलवे स्टेशन की समस्या का भी समाधान हर हाल में करवाया जाएगा। -राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सांसद, पूर्णिया शिकायत 1. रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। 2. स्टेशन पर वाहन पार्किंग की सुविधा नहीं है। 3. शुद्ध पेयजल का अभाव है। इसके कारण यात्रियों को परेशानी होती है। 4. रेलवे स्टेशन पर यात्री प्रतीक्षालय नहीं, धूप व बरसात में हलकान। 5. महिला यात्रियों के लिए शौचालय नहीं है। रहती हैं परेशान। सुझाव 1. यात्री सुविधा बहाल हो। जिससे लोगों को परेशानी नहीं हो। 2. स्टेशन पर पार्किंग की व्यवस्था जरूरी है। जिससे लोग निश्चिंत होकर यात्रा कर सकें। 3. पर्याप्त शुद्ध जल की व्यवस्था हो। 4. महिला-पुरुष के लिए प्रतीक्षालय बने, धूप व बरसात में बचा जा सके। 5. महिला के लिए पिंक शौचालय बने उनको यात्रा में परेशानी नहीं हो।

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