Purnia Achieves 97 02 Target Under PM Matsya Sampada Yojana Boosting Fisheries Sector प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना : 165 योजनाओं का सफलतापूर्वक किया गया क्रियान्वयन, Purnia Hindi News - Hindustan
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प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना : 165 योजनाओं का सफलतापूर्वक किया गया क्रियान्वयन

-योजना क्रियान्वयन से मछली पालन को मिलेगा बढ़ावा, बढ़ी जागरूकता पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली पालन क्

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाFri, 25 April 2025 03:45 AM
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प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना : 165 योजनाओं का सफलतापूर्वक किया गया क्रियान्वयन

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली पालन क्षेत्र में देश भर में प्रगति हो रही है। इसी क्रम में पूर्णिया जिला ने इस योजना के अंत 97.02 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया है। पूर्णिया ने 165 योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कर उपलब्धि दर्ज की है। पूर्णिया को राज्य स्तरीय रैंकिंग में 15 वां स्थान प्राप्त हुआ है। मत्स्य विभाग की सतत निगरानी, योजनाओं का त्वरित अनुमोदन और लाभार्थियों को समय पर सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया ने इस सफलता को संभव बनाया है। साथ ही, लाभार्थियों को समय-समय पर प्रशिक्षण और तकनीकी मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराया गया है, जिससे वे योजनाओं का अधिकतम लाभ उठा सकें। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का उद्देश्य मत्स्य पालन को एक समृद्ध व्यवसाय बनाना है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन हो सके और मछुआरों की आमदनी में वृद्धि हो। योजना के तहत तालाब निर्माण, बीज उत्पादन, मत्स्य आहार, मत्स्य परिवहन और विपणन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पूर्णिया ने इन सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए यह दर्शाया है कि मछली पालन से आर्थिक विकास की नई संभावनाएं खोली जा सकती हैं।

-प्रमंडल के अन्य जिलों की स्थिति :

-पूर्णिया प्रमंडल के अन्य जिले भी इस योजना के अंतर्गत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कटिहार जिला 12 वें स्थान पर, किशनगंज 20 वें और अररिया 23 वें स्थान पर हैं। योजना की सफलता का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह रहा है कि स्थानीय स्तर पर लोगों में मछली पालन को लेकर जागरूकता बढ़ी है। पहले जहां यह व्यवसाय केवल कुछ परिवारों तक सीमित था। वहीं अब युवा वर्ग भी इसे एक लाभदायक व्यवसाय के रूप में देखने लगा है। कई स्वयं सहायता समूह और महिला समूह भी इस क्षेत्र में जुड़ चुके हैं, जिससे सामाजिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टिकोण से बदलाव देखने को मिल रहे है।

-क्या कहते अधिकारी :

-आने वाले समय में और अधिक योजनाएं लागू की जाएंगी। तकनीकी सहायता और ऋण सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इस व्यवसाय से जुड़ सकें। इसके साथ ही, फिश प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना और कोल्ड चेन सिस्टम को विकसित करने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

-जयशंकर ओझा

-जिला मत्स्य पदाधिकारी ,पूर्णिया।

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