स्वास्थ्य केंद्रों में रात्रि उपचार उपलब्ध कराने में पूर्णिया राज्य में पहले स्थान पर
-फोटो : 60-61 पूर्णिया, वरीय संवाददाता। स्वास्थ्य केंद्रों में रात्रि उपचार उपलब्ध कराने में पूर्णिया राज्य में पहले स्थान पर है। स्वास्थ्य केंद्रों

पूर्णिया, वरीय संवाददाता। स्वास्थ्य केंद्रों में रात्रि उपचार उपलब्ध कराने में पूर्णिया राज्य में पहले स्थान पर है। स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव उपलब्ध कराने में पूर्णिया राज्य में पहले स्थान पर है। जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक का आयोजन शुक्रवार को की गयी जिसमें स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों द्वारा किये गए मरीजों के उपचार की ली गई। सभी अस्पतालों में उपचार दवाई नियमित उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया। गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करने के साथ स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा गर्भवती महिलाओं और बच्चों का शत प्रतिशत नियमित टीकाकरण सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया गया। समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में उपस्थित चिकित्सकों द्वारा उपलब्ध मरीजों को चिकित्सिकीय परामर्श और मरीजों की उपचार के बाद अस्पताल से दवा उपलब्ध कराने की जानकारी ली गई। इस दौरान स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत चिकित्सकों द्वारा ओपीडी में कम मरीजों को चिकित्सिकीय परामर्श देने वाले चिकित्सकों को ज्यादा मरीजों के उपचार आसानी से अस्पताल में सुनिश्चित करवाने का जिलाधिकारी द्वारा संबंधित चिकित्सकों को निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान डीडीसी चंद्रिमा अत्री के साथ सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया, एसीएमओ सह जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आर पी मंडल, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीएमएंडई आलोक कुमार, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, डब्लूएचओ एसएमओ डॉ अरुल मुर्गल, यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद, यूनिसेफ एसएमसी मुकेश गुप्ता, पिरामल स्वास्थ्य डीपीएल चंदन कुमार, सीफार जिला समन्यवक अमन कुमार साह सहित सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम एवं अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
-सभी अस्पतालों में उपचार दवाई नियमित उपलब्ध रखने का दिया गया निर्देश :
जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध दवाइयों की जानकारी ली गई। जिले के सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित रूप से दवा व्यवस्था उपलब्ध रखने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में 01 दवा वाहन और प्रखंडों से समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों तक दवा उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 03 दवा वाहन कार्यरत हैं। जिलाधिकारी द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को सभी अस्पताल में दवा उपलब्धता नियमित रूप से सुनिश्चित करते हुए एक्सपायर से पहले मरीजों को उपलब्ध कराते हुए स्वस्थ और सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया।
-स्वास्थ्य केंद्रों में रात्रि उपचार उपलब्ध कराने में पूर्णिया राज्य में पहले स्थान पर :
-स्वास्थ्य केंद्रों में रात्रि कालीन उपस्थित मरीजों को चिकित्सिकीय सहायता और उपचार उपलब्ध कराने में पूर्णिया जिला राज्य में पहले स्थान पर है। जिलाधिकारी द्वारा आगे भी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को रात्रि कालीन स्वास्थ्य सुविधा नियमित रूप से उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया है जिससे कि मरीजों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके और मरीज आपातकाल स्थिति में स्वस्थ और सुरक्षित रह सके। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच और उपचार की जानकारी ली गई। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्रसव पूर्व जांच शत प्रतिशत सुनिश्चित करते हुए सभी महिलाओं की 4 प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित कराया जाता है। गर्भवती महिलाओं को शत प्रतिशत प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करवाते हुए सभी को अस्पताल में प्रसव कराने के लिए जिले के सभी प्रखंडों में कुल 02 हजार 960 आशा कर्मी कार्यरत हैं। प्रसव पूर्व जांच में चिन्हित हाई रिस्क वाले गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत फॉलोअप करते हुए आशा कर्मियों को संबंधित लाभार्थियों को संस्थागत प्रसव कराना सुनिश्चित करवाने का जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया है।
-स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव उपलब्ध कराने में पूर्णिया राज्य में पहले स्थान पर :
गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को स्वस्थ और सुरक्षित रहने के लिए लोगों को नजदीकी अस्पताल में संस्थागत प्रसव सुविधा का लाभ जाता है। लाभार्थियों द्वारा गर्भवती महिलाओं का नजदीकी अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में प्रसव कराने में पूर्णिया जिला राज्य में पहले स्थान पर है। मार्च माह के दौरान जिले के 86.2 लाभार्थियों द्वारा नजदीकी अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में प्रसव सुविधा का लाभ उठाया गया। प्रसव के बाद 100 प्रतिशत लाभार्थियों द्वारा नवजात शिशुओं को 01 घंटे के अंदर स्तनपान कराया जाता है जिससे माँ और बच्चे स्वस्थ और सुरक्षित रहते हैं। मार्च के दौरान गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण 97 प्रतिशत सुनिश्चित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा टीकाकरण से वंचित रहने वाले सभी लाभार्थियों को चिन्हित करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा शत प्रतिशत टीकाकरण करवाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
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