विधान परिषद के ग्रुप फोटो से राबड़ी देवी, सुनील सिंह गायब; चुभ गई नीतीश की बात
- बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नेता विपक्ष और पूर्व सीएम राबड़ी देवी से कई दफे विधान परिषद में झड़प हुई।

बिहार विधानमंडल के बजट सत्र में इस बार सुर्खियों में रही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बीच की नोंक-झोंक का असर विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) की ग्रुप फोटोग्राफी पर दिखा। गुरुवार की सुबह विधान पार्षदों के सामूहिक फोटो के लिए आयोजित कार्यक्रम में नेता विपक्ष राबड़ी देवी के साथ-साथ उनके मुंहबोले भाई और राजद के बहुचर्चित एमएलसी सुनील सिंह भी नहीं पहुंचे। विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने बुधवार को सदन में ही ग्रुप फोटोग्राफी की सूचना दी थी और सदस्यों से सुबह 11.30 बजे इसमें शामिल होने का आग्रह किया था। राजद के कई विधान पार्षद पहुंचे लेकिन राबड़ी और सुनील के गायब रहने पर सबकी नजर गई।
राजद एमएलसी सुनील सिंह ने ग्रुप फोटोग्राफी से दूरी बनाने पर कहा कि सिर्फ वो ही नहीं, राबड़ी देवी भी उसमें नहीं गईं। उन्होंने कहा कि सदन में बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री को मौजूदा सीएम नीतीश कुमार ने लगातार बेइज्जत किया, जिसके विरोध में वो फोटो खिंचवाने नहीं गए। सिंह ने कहा कि जिस तरह से राबड़ी देवी का अपमान किया गया, वो उनका नहीं पूरे बिहार की महिलाओं का अपमान है। आधी आबादी का अपमान है। राष्ट्रगान के दौरान नीतीश के हाथ जोड़ने का जिक्र करते हुए सुनील सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार लगातार सदन में अमर्यादित शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी के अपमान के प्रतिकार में वो नहीं गए। अब्दुल बारी सिद्दीकी समेत दूसरे राजद पार्षदों के जाने पर उन्होंने कहा कि ये व्यक्तिगत मामला है। वैसे, खबर ये है कि राबड़ी देवी कोलकाता गई हैं जहां तेजस्वी यादव अपनी बेटी का बर्थडे मना रहे हैं।
जो है तोरा हैसबैंड का है, तोहरा कुछ नहीं; विधान परिषद में राबड़ी पर फिर भड़के नीतीश कुमार
बता दें कि दो दिन पहले सदन में नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी को चुप कराते हुए कहा था कि आपका क्या है, जो है, आपके पति का है। नीतीश ने कहा था- "अरे बैठो ना तुम, तोहरे हस्बैंड का है, तोरा क्या चीज है, तू बैठ जा, जो है वो हस्बैंड का है। सब लोगों को कहा कि यही पहन कर चलो। ई बेचारी को कुछ आता नहीं है। पति जब रिजेक्ट हुआ, तो इसको सीएम बना दिया था। ये तो ऐसे ही हैं।" सदन में उस दिन राजद के नेता हरी टीशर्ट पर बढ़े हुए आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में डालने की मांग के नारे लिखवाकर आए थे, जिस पर बवाल मचा था।
नीतीश कुमार भांग पीकर विधानसभा आते हैं, राबड़ी देवी बोलीं- हमें बेइज्जत करते हैं सीएम
इससे पहले 20 मार्च को भी नीतीश ने राबड़ी की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि इनके पति की जब सरकार थी तब क्या हाल था? कोई काम भी बिहार में नहीं हुआ। अगर कोई घटना घटी है, तो जांच होगी। जब इनके पति की सरकार थी, तो कोई जांच होती थी? कोई काम किया था? 7 मार्च को भी नीतीश ने राबड़ी से कहा था कि इनके हसबैंड जेल गए तो इनको सीएम बना दिए। इस पर राबड़ी देवी ने मीडिया से कहा था कि उनको कीचड़ में नहीं उतरना है। लेकिन 12 मार्च को सदन में राबड़ी ने कहा की नीतीश भंगेड़ी हैं और भांग पीकर विधानसभा आते हैं। 21 मार्च को राबड़ी ने सदन में नीतीश से कहा कि अगर दिमाग काम नहीं कर रहा है तो अपने बेटे निशांत को सीएम बना दें।