भ्रष्टाचार मामले में सुर्खियों में रहा रोहतास, कई अधिकारी व कर्मी दबोचे गए
पेज तीन की सेकेंड लीडददाता। भ्रष्टाचार मामले में रोहतास जिला सुर्खियों में रही है। चाहे वह कोई भी सरकारी कार्यालय हो। भ्रष्टाचार का आलम है कि जनता

सासाराम, हिन्दुस्तान संवाददाता। भ्रष्टाचार मामले में रोहतास जिला सुर्खियों में रही है। चाहे वह कोई भी सरकारी कार्यालय हो। भ्रष्टाचार का आलम है कि जनता उब चुकी है। मजबूर होकर लोग निगरानी का सहारा ले रहे हैं। अभी सासाराम अंचल कार्यालय में निगरानी विभाग द्वारा डाटा ऑपरेटर आकाश कुमार को 18 दिन पूर्व गिरफ्तार किया गया था। यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि राजकीय रेल थाने में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह को भी बुधवार को पांच हजार रिश्वत लेते रंगेहाथ निगरानी विभाग ने दबोच लिया। आरोपित सब इंस्पेक्टर ने 15 हजार रुपए की मांग की थी। जीआरपी थाने में लंबित एक मामले में जमानत देने के नाम पर राशि मांगी गई थी।
पिछले करीब एक साल में दर्जनों सरकारी कर्मियों व पदाधिकारियों को निगरानी विभाग ने घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार की है। बताते चलें कि एक दर्जन से अधिक अधिकारी व कर्मी अब तक निगरानी के हत्थे चढ़े हैं। जिसमें संजय कुमार लिपिक डीइओ ऑफिस, राजेश पासवान एमओ सासाराम निगरानी के हत्थे चढ़े थे। इसी प्रकार कृष्णदेव पासवान लिपिक नप डेहरी, विनय कुमार श्रीवास्तव लिपिक सीडीपीओ कार्यालय नासरीगंज, वंशनारायण प्रसाद सीओ दिनारा, भवानंद राय बीडीओ शिवसागर, बृजनंदन सिंह शिक्षक आईटीआई डेहरी, श्रीकांत सिंह शिक्षक आईटीआई डिहरी, उमाकांत सिंह शिक्षक आईटीआई डेहरी, रामनारायण सिंह कर सहायक सासाराम व शैलेंद्र कुमार जिला अंकेक्षण पदाधिकारी भी निगरानी के हत्थे चढ़े थे। इसी प्रकार रामाधीन प्रसाद लिपिक जिला अंकेक्षण विभाग, भगवान सिंह प्रधान लिपिक सीएस कार्यालय भी पकड़े गए थे। डॉ. जयशंकर प्रसाद सीएस रोहतास, नाजिया बेगम मुख्य पार्षद नप,अमीरचंद सिंह आरपीएफ इंस्पेक्टर सासाराम, विश्वनाथ सिंह प्रधान लिपिक डाकघर सीबीआई, राजेश कुमार लिपिक एसबीआई सीबीआई के हत्थे चढ़े थे। अजय कुमार सिंह पीएनबी कोचस सीबीआई के हत्थे चढ़े थे। गत एक माह में चार सीबीआई की गिरफ्त में आए हैं। गयन राम अनुमंड दंडाधिकारी सासाराम, सुधीर कुमार एसएफसी डीएम, राजेश कुमार गुप्ता डीएएलओ, राजकृष्ण लिपिक सीएस कार्यालय, सुशील कुमार चकबंदी पदाधिकारी दावथ निगरानी, अजीत कुमार चकबंदी कार्यालय, सीबीआई द्वारा तत्कालीन डाक अधीक्षक प्रधान डाकघर सासाराम, केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य को भी सीबीआई ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इसके अलावे भी कई नाम हैं। कार्रवाई के बाद भी रिश्वतखोरी पर नहीं लग रही लगाम भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे जिले के कई कार्यालयों के लिपिक और अधिकारी पूर्व में निगरानी और सीबीआई की गिरफ्त में आ चुके हैं। फिर भी भ्रष्टाचार और रिश्वत का सिलसिला थम नहीं रहा है। एक माह में जिले में यह तीसरा मामला है और पांचवी गिरफ्तारी हुई है। 21 मई 2025 को केंद्रीय विद्यालय सासाराम के प्रिंसिपल मयंक कुमार श्रीवास्तव को 32 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया गया था। गत 26 अप्रैल 2025 को डेहरी के पथ निर्माग विभाग के इंजीनियर राज कुमार सिंह व दो रेल संविदाकर्मी विनोद कुमार व भीम कुमार को भी सीबीआई ने दबोचा था।
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