बिजली के अभाव में दवा व रजिस्ट्रेशन काउंटर बना सीतामढ़ी का माॅडल अस्पताल
सीतामढ़ी में 100 करोड़ रुपये की लागत से बने मॉडल अस्पताल भवन को छह महीने हो चुके हैं, लेकिन अधूरी बिजली कनेक्शन के कारण मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। अब यह केवल दवा वितरण केंद्र और रजिस्ट्रेशन...

सीतामढ़ी। जिला सदर अस्पताल परिसर में करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मॉडल अस्पताल भवन को हैंडओवर हुए छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन बिजली कनेक्शन की व्यवस्था पूरी नहीं होने से इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। फलत: करोड़ों की लागत से बनी यह भव्य इमारत अब महज एक दवा वितरण केंद्र और रजिस्ट्रेशन काउंटर तक सिमट कर रह गई है। अधूरी व्यवस्था से मरीज बेहाल: नए भवन में अभी सिर्फ ओपीडी रजिस्ट्रेशन और दवा वितरण का काम हो रहा है। अधूरी बिजली व्यवस्था के चलते वह भी बाधित रहता है। रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर बिजली की बार-बार कटौती और सीमित कनेक्शन की वजह से कंप्यूटर सिस्टम सुचारु रूप से नहीं चल पाते।
इससे लंबी कतारों में खड़े मरीजों को घंटों तक इंतजार करना पड़ता है। मरीजों का कहना है कि जब इतना बड़ा अस्पताल बना है तो सुविधाएं भी उसी स्तर की होनी चाहिए थीं, लेकिन बुनियादी व्यवस्था पूरी किए बिना उपयोग में लाना अधूरा काम लगता है। आलम यह है कि चार बजते -बजते मॉडल अस्पताल में ताला लटकने लगता है। कई विभागों को शिफ्ट करने की थी योजना सूत्रों के अनुसार इस मॉडल अस्पताल भवन में सिविल सर्जन कार्यालय, उपाधीक्षक कार्यालय, प्रयोगशाला, पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी और अन्य कई महत्वपूर्ण विभागों को शिफ्ट करने की योजना थी। लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं होने के चलते इन विभागों का संचालन नए भवन से शुरू नहीं हो सका है। लाखों रुपये की आधुनिक मशीनें धूल फांक रही हैं। उदासीनता से जनता और जनप्रतिनिधि दोनों नाराज स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जब निर्माण पूरा हो चुका है और भवन हस्तांतरित भी हो गया है, तब बिजली जैसी मूलभूत सुविधा के अभाव में इसका उपयोग न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। लोग कहते हैं विभागों के बीच समन्वय की कमी के कारण यह अहम स्वास्थ्य परियोजना अधूरी पड़ी है, जिससे आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। बिजली कनेक्शन में देरी के कारण अस्पताल भवन का पूर्ण उपयोग नहीं हो पा रहा है। बिजली कनेक्शन व आपूर्ति के लिए उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधन को पत्र भेजा गया है। साथ ही अन्य विभागों को नए भवन में शिफ्ट करने के लिए तैयारी भी की जा रही है। इस बावत पत्र निर्गत किया जा रहा है। -डॉ. अखिलेश कुमार, सीएस
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।