जिले की नदियों के जलस्तर में कमी
सीतामढ़ी में बारिश के कारण बागमती, लखनदेई, लालबकेया, रातो और झीम नदियों में पानी का स्तर बढ़ा था। हालांकि, हाल ही में जलस्तर में कमी आई है, जिससे बाढ़ की आशंका कम हुई है। ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है...

सीतामढ़ी। जल अधिग्रहण क्षेत्र में बारिश होने से बागमती नदी सहित लखनदेई, लालबकेया, रातो व झीम नदी में पानी का प्रभाव बढ़ गया है। फिलहाल नदी के आसपास बाढ़ जैसे हालात नहीं है। नेपाल से आई पानी से नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया था। लेकिन सोमवार से ही नदी के जलस्तर में कमी होने लगी जो लगातार जारी है। फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में बागमती नदी की जलधारा भी कई जगहों पर सूख गई थी। नदी के बीच में टीले निकल आने से बच्चे क्रिकेट खेलते थे। साथ ही पशुओं को चारा चराते थे। जबकि लखनदेई, लालबकेया व झीम सहित अन्य नदी सूख गई।
जिले से होकर गुजरने वाली नदियों में जल प्रवाह हो गया। बरसाती नदियों में पानी आने से अगल बगल में जलजमाव हो गया था। जलस्तर में कमी होने से बाढ़ से प्रभावित होने की संभावना अभी नजर नहीं आ रही है। ग्रामीण बताते हैं कि अचानक पानी का तेज गति से बढ़ना व घटना कोई नई बात नहीं है। नदियों के जलस्तर में कमी से लोगों ने ली राहत की सांस : जिले के लखनदेई लालबकेया व झीम नदियों के जलस्तर में हुई कमी से लोगों ने राहत की सांस ली है। लखनदेई व झीम नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी का फैलाव दर्जनों गांवों में हो जाता है। जिससे संभावित बाढ़ की आशंका लोगों को सताने लगी थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।