दरौली: सरयू और गंडक नदी में पानी कम होने से किसानों की बड़ी चिंता
दरौली और गुठनी प्रखंड में सरयू और गंडक नदियों के जलस्तर में पिछले 3-4 वर्षों में काफी कमी आई है। बांधों और डैमों के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। मछुआरों और किसानों का मानना है कि अतिक्रमण भी जलस्तर में...

गुठनी, एक संवाददाता। दरौली और गुठनी प्रखंड मुख्यालय से होकर बहने वाली सरयू नदी और गंडक नदी के जलस्तर में विगत तीन से चार सालों में काफी कमी देखी गई है। इसका मुख्य कारण नदियों पर बने बांध और यूपी के कई जगहों पर बने डैम है। नदी किनारे रहने वाले लोगों की माने तो इस तरह के हालात पहले कभी नहीं देखे गए थे। लेकिन लगातार 3 सालों में जलस्तर काफी कम हो जा रहा है। वहीं मछुआरों और किसानों की माने तो नदी के सूखने का मुख्य कारण उन पर किए गए अतिक्रमण ही है। हालांकि अप्रैल और जुलाई तक नदियों का जलस्तर काफी कम हो जाता था।
लेकिन नदियों के घाट नहीं सूखते थे। जिससे पशुपालकों और किसानों को कोई दिक्कत या परेशानी नहीं होती थी। लेकिन 3 वर्षों में ठंड के मौसम के बाद नदियों का जलस्तर जहां काम हो जाता है। वहीं दोनों प्रखंड मुख्यालयों के करीब आधा दर्जन घाट पूरी तरह सूख जाते हैं। जल संसाधन विभाग के जेई मदन मोहन ने बताया कि यूपी से जुड़े होने के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ता और घटना रहता है। जबकि किसानों की मानें तो नेपाल की तराई से होकर निकलने वाली नदी पर यूपी में कई जगह डैम और बड़े बांध बने हैं। यही मुख्य कारण इनके जल स्तर के सूखने का है।
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