सुखबीर सिंह बादल को एक और मोहलत, 20 दिनों में पटना साहिब में हाजिर होने का आदेश
तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के पंच प्यारों ने अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को पहले से चल रहे हुकुमनामा में और मोहलत देते हुए 20 दिनों के अंदर पटना में हाजिर होकर अपना पक्ष रखने का आदेश दिया है।

तख्त श्री हरिमंदिरजी में पंच प्यारों की बैठक रविवार को जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह की अध्यक्षता में हुई, जिसमें पंच प्यारों ने हुकुमनामा जारी करते हुए अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को 20 दिनों की मोहलत दी है। पंच प्यारों ने बादल को 20 दिनों के अंदर हाजिर होने और अपना पक्ष रखने का आदेश दिया है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी ज्ञानी दिलीप सिंह, भाई गुरुदयाल सिंह, सीनियर मीत ग्रंथी ज्ञानी परशुराम सिंह, मीत ग्रंथी अमरजीत सिंह शामिल हुए।
पंच प्यारों ने हुकुमनामा जारी करते हुए अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को 20 दिनों का समय दिया है और पंच प्यारों के सामने शारीरिक रूप से उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का आदेश दिया है। हुकुमनामा के अनुसार एसजीपीसी के अध्यक्ष सरदार हरजिंदर सिंह धामी ने पंच प्यारों से फोन के जरिए कुछ और मोहलत मांगी थी। एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी के अनुरोध पर विचार करते हुए पंच प्यारों ने बादल को 20 दिन का और समय दिया है।
अकाल तख्त पहुंचे 'तनखैया' घोषित सुखबीर सिंह बादल, पैर में हुआ फ्रैक्चर
इससे पहले 21 मई को जारी हुकुमनामा के बाद भी 1 जून को 10 दिनों का अतिरिक्त समय दिया गया था। उस हुकुमनामा की अवधि पूरी हो जाने पर 20 दिन की और मोहलत दी गई है। बता दें कि 21 मई को हुए पंच प्यारों की आपात बैठक में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज और तख्तश्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बाबा टेक सिंह को तख्त साहिब के हुकुमनामा का उल्लंघन करने का दोषी मानते हुए तनखैया घोषित कर दिया गया था। अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को भी इसमें दखल देने वाला साजिशकर्ता मानते हुए तख्त साहिब में हाजिर उपस्थित होने का आदेश दिया था।