तनिष्क शोरूम लूटकांड में उत्तर बिहार के गिरोह पर शक, पटना समेत कई जगहों पर रेड; मास्टरमाइंड के जेल में होने की आशंका
- सूत्रों के अनुसार एसटीएफ की ओर से घटना में शामिल एक अन्य अपराधी को उठाया गया है। हालांकि पुलिस की ओर से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। एसपी राज ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना में छह अपराधियों की ही संलिप्तता आ रही है। हालांकि कुछ अन्य अज्ञात अपराधियों की संलिप्तता हो सकती है।

बिहार के बहुचर्चित आरा तनिष्क शोरूम लूट कांड में पुलिस की नजर उत्तर बिहार के गिरोह पर टिकी है। इस आधार पर पुलिस की ओर से गिरोह के वैशाली, सोनपुर और सारण के अलावा पटना के ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। एएसपी परिचय कुमार के नेतृत्व में बनी भोजपुर एसआईटी के साथ ही एसटीएफ की टीम भी अपराधियों के पीछे लगी है। वहीं मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर भी पुलिस टीम की ओर से छापेमारी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार एसटीएफ की ओर से घटना में शामिल एक अन्य अपराधी को उठाया गया है। हालांकि पुलिस की ओर से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। एसपी राज ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना में छह अपराधियों की ही संलिप्तता आ रही है। हालांकि कुछ अन्य अज्ञात अपराधियों की संलिप्तता हो सकती है। घटना में शामिल दो बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। इनकी निशानदेही पर घटना में शामिल अन्य लुटेरों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है।
घटना में स्थानीय अपराधियों के साथ लाइनर की भूमिका की भी जांच की जा रही है। इधर, सूत्रों के अनुसार लूट कांड में वैशाली जिले के एक बड़े हिस्ट्रीशीटर के गैंग का हाथ होने की चर्चा तेज है। बिहार सहित अन्य राज्यों में उस गिरोह द्वारा डकैती सहित लूट की कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया है। गिरोह का मास्टरमाइंड अभी किसी जेल में है। सूत्रों का कहना है कि उस गिरोह द्वारा वारदात के लिये अलग-अलग जगहों से नये-नये अपराधियों को हायर किया जाता है। ऐसे में पुलिस पकड़े गये दोनों अपराधियों के उस गिरोह से कनेक्शन की भी जांच कर रही है। बता दें कि लूट और मुठभेड़ के दौरान दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद डीआईजी सत्य प्रकाश के अलावा एसपी राज और एसटीएफ के अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव की ओर से भी गहन पूछताछ की गयी थी।