वक्फ बिल पर जेडीयू में विरोध तेज, अशफाक करीम बोले- नीतीश रात में फैसला लेंगे
पूर्व सांसद अहमद अशफाक करीम ने वक्फ संशोधन बिल का विरोध करते हुए दावा किया कि जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार इस पर रात में फैसला लेंगे।

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के वक्फ संशोधन बिल पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में विरोध बढ़ता जा रहा है। अब जेडीयू के एक और मुस्लिम नेता ने इस बिल को वापस लेने की मांग की है। पूर्व सांसद अहमद अशफाक करीम ने मंगलवार को यह भी दावा किया कि वक्फ बिल पर जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार रात को फैसला लेंगे। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी के चीफ चंद्रबाबू नायडू से भी इस बिल पर अपना समर्थन वापस लेने की अपील की।
पूर्व सांसद एवं जेडीयू नेता अहमद अशफाक करीम ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि नायडू सेकुलरिज्म के सिपाही हैं। हम उम्मीद रख रहे हैं कि नायडू और हमारे सीएम नीतीश कुमार रात में कुछ न कुछ फैसला लेंगे कि वक्फ संशोधन बिल वापस ले लिया जाए। उन्होंने कहा, "यह मेरी व्यक्तिगत राय है, लेकिन कल सुबह कैसी होगी यह मैं नहीं कर सकता हूं।'
इससे पहले, जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने दावा किया कि उनकी पार्टी वक्फ बिल के समर्थन में नहीं हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर अभी तक कोई बयान भी नहीं दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बिल को वापस लेने की अपील भी की।
वक्फ बिल पर जेडीयू का सस्पेंस
मोदी सरकार वक्फ संशोधन बिल को लोकसभा में बुधवार को चर्चा के लिए पेश करेगी। केंद्र में भाजपा की सहयोगी जेडीयू ने अभी तक इस बिल पर अपना रुख पूरी तरह स्पष्ट नहीं किया है। पार्टी का एक धड़ा जहां इस बिल के विरोध में हैं, वहीं जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि हम पूर्व की तारीख में इस बिल को लागू नहीं कराना चाहते हैं। उम्मीद है सरकार इस पर विचार करेगी।
वहीं, मोदी कैबिनेट में जेडीयू कोटे से मंत्री एवं पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि हम सदन के अंदर ही वक्फ बिल पर अपना रुख स्पष्ट करेंगे। हालांकि, उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार को किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। उन्होंने मुसलमानों के लिए जितने काम किए, आजादी के बाद किसी राज्य सरकार ने नहीं किए।