वक्फ बिल के विरोध में जेडीयू, नीतीश अभी तक कुछ नहीं बोले; MLC गुलाम गौस का दावा
जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने दावा किया है कि उनकी पार्टी मोदी सरकार के वक्फ संशोधन बिल के विरोध में है। उन्होंने कहा कि जेडीयू अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार ने इस पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के लोकसभा में पेश होने से पहले बिहार में सियासी पारा गर्मा गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में इस मुद्दे पर घमासान छिड़ा हुआ है। नीतीश की पार्टी के एमएलसी गुलाम गौस ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि जेडीयू वक्फ संशोधन विधेयक के समर्थन में नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सीएम नीतीश ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है। ऐसे में आने वाले समय में स्थिति साफ हो जाएगी।
जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस बिल को वापस लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पहले भी किसानों से जुड़े कानून वापस लिए थे। उन्हें लेकर बहुत लंबा आंदोलन चला, कितने लोग मारे गए, वह नौबत दोबारा नहीं आनी चाहिए।
गौस ने दावा किया कि वक्फ संशोधन बिल त्रुटिपूर्ण है। उन्होंने कहा, "आप मुझे पटना के महावीर मंदिर या तिरुपति बालाजी मंदिर के ट्रस्ट का सदस्य नहीं बना सकते हैं। यह देश विविधताओं में एकता का देश है। इसलिए अनावश्यक उन्माद फैलाने की जरूरत नहीं है।"
गुलाम गौस ने कहा कि जेडीयू वक्फ संशोधन बिल के विरोध में है। किसी एक शख्स के बोलने से पक्ष में नहीं हो सकती है। वह उनका निजी बयान था। नीतीश कुमार ने अभी तक इस पर अपना पक्ष नहीं रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि आगे देखते जाइए, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
एक दिन पहले गुलाम गौस की लालू यादव से मुलाकात
मुख्यमंत्री सह जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले एमएलसी गुलाम गौस इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने पटना स्थित राबड़ी आवास पहुंचकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी। हालांकि, उन्होंने इसे निजी मुलाकात बताया था। मगर, सियासी गलियारों में उनके आरजेडी में जाने की अटकलें भी लगाई जाने लगी हैं।