बिहार में वाटर मेट्रो चलाने की तैयारी, पटना से हाजीपुर-सोनपुर तक हुआ सर्वे, जानें डिटेल्स
पटना समेत आसपास के क्षेत्रों से गंगा नदी में जल्द ही वाटर मेट्रो की सुविधा शुरू होने जा रही है। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। केरल के कोच्चि से आई टीम ने पटना, हाजीपुर, सोनपुर में इसका सर्वे भी किया।

Water Metro Patna Bihar: बिहार में जल्द ही पानी पर तैरने वाली मेट्रो चलने वाली है। राजधानी पटना में गंगा नदी में वाटर मेट्रो चलाने की तैयारी हो रही है। केरल से आई टीम ने हाल ही में पटना से हाजीपुर, सोनपुर तक इसका सर्वे भी किया। वाटर मेट्रो नदी में चलने वाली एक तरह की इलेक्ट्रिक बोट होती है। इसमें यात्रियों को सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं मिलती हैं। साथ ही इसका किराया भी सार्वजनिक परिवहन की तरह बहुत कम होता है। पटना में इसी साल वाटर मेट्रो शुरू करने की योजना है। इसके चलने से उत्तर बिहार के इलाकों से राजधानी पटना तक आवागमन का एक और विकल्प लोगों को मिल जाएगा।
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वाटर मेट्रो को पटना मेट्रो रेल सेवा से भी जोड़ा जाएगा। प्रोजेक्ट के तहत पटना में गंगा नदी के किनारे आधुनिक वाटर मेट्रो स्टेशन बनेंगे। एनआईटी स्टेशन पर पटना मेट्रो को जोड़ा जाएगा। केरल से कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के अधिकारी पिछले दिनों पटना आए थे। उन्होंने गंगा और गंडक नदी में वाटर मेट्रो के लिए सर्वे किया। टीम ने पटना के दानापुर, दीघा, बिदुपुर, गायघाट के अलावा सोनपुर और हाजीपुर का भी दौरा किया।
बता दें कि कोच्चि में पहले से वाटर मेट्रो चलाई जा रही है। अब इसी तर्ज पर पटना समेत देश के अन्य शहरों में भी वाटर मेट्रो चलाने पर काम चल रहा है। यह परियोजना केंद्र सरकार के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अधीन है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) द्वारा इस पर काम किया जा रहा है, जिसमें कोच्चि मेट्रो (KMRL) की मदद ली जा रही है।
वाटर मेट्रो की खासियत, किराया के बारे में जानकारी
बिहार में चलने वाली वाटर मेट्रो को इलेक्ट्रिक के साथ ही सौर ऊर्जा से भी चलाया जाने की योजना है। यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल परिवहन का साधन होगा। वाटर मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को शहर के भीषण जाम और बसों की भीड़भाड़ से छुटकारा मिलेगा। एक वाटर मेट्रो बोट में 100 लोगों के बैठने और खड़े रहने की क्षमता होगी।