Mazagon Dock Shipbuilders में से सरकार घटा रही है अपनी हिस्सेदारी, 6% टूटा शेयर, हड़बड़ी में निवेशक
- सरकारी कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (Mazagon Dock Shipbuilders) में से सरकार ने अपनी हिस्सेदारी घटाने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार की तरफ से फ्लोर प्राइस का ऐलान कर दिया गया है।

सरकारी कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (Mazagon Dock Shipbuilders) में से सरकार ने अपनी हिस्सेदारी घटाने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार की तरफ से फ्लोर प्राइस का ऐलान कर दिया गया है। सरकार ने बताया है कि कुल 4.83 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचा जाएगा। जिसके लिए कंपनी ने 2525 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से फ्लोर प्राइस तय किया है।
6 प्रतिशत गिरा कंपनी के शेयरों का भाव
निवेशकों को सरकार का यह फैसला पसंद नहीं आ रहा है। जिसकी वजह से कंपनी के शेयरों में आज शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयर बीएसई में 2571.40 रुपये के लेवल पर खुले थे। दिन में कंपनी के शेयरों का भाव 2558.75 रुपये (सुबह 9.45 बजे) पर आ गया। बता दें, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड के शेयरों का भाव 6 प्रतिशत टूट गया है।
दीपम के सचिन अरुनिश चावला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 3 अप्रैल को किए गए पोस्ट में जानकारी दी, “नॉन रिटेल निवेशकों के लिए मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का ऑफर फार सेल कल खुल जाएगा। वहीं, रिटेल निवेशक सोमवार को इस पर दांव लगा पाएंगे। सरकार की तरफ से 2.83 प्रतिशत हिस्सेदारी को घटाया जा रहा है। जबकि 2 प्रतिशत ग्रीन शू ऑप्शन के लिए अतिरिक्त है।”
सरकार की तरफ से 1.14 करोड़ शेयर बेचे जा रहे हैं। इस बिक्री के जरिए सरकार की कोशिश है कि 5000 करोड़ रुपये जुटाए जा सकें।
शेयर बाजार में कैसा रहा है प्रदर्शन?
पिछले एक साल के दौरान जहां ज्यादातर कंपनियां स्टॉक मार्केट में सघर्ष कर रही थी। तो वहीं यह स्टॉक अच्छा रिटर्न देने में सफल रहा है। कंपनी के शेयरों में बीते एक साल में 133 प्रतिशत की तेजी आई है। वहीं, 6 महीने में यह स्टॉक 25 प्रतिशत का रिटर्न देने में सफल रहा है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।)