Defence Stock: ब्रोकरेज हाउस एसबीआई सिक्योरिटीज का मानना है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड डिफेंस स्टॉक 337 रुपये के लेवल तक जा सकता है। ब्रोकरेज हाउस की तरफ जो टारगेट प्राइस सेट किया गया है वो गुरुवार की क्लोजिंग की तुलना में 14.20 प्रतिशत अधिक है। ब्रोकरेज हाउस ने इस स्टॉक को ‘BUY’ टैग दिया है।
सरकारी डिफेंस कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (Mazagon Dock Shipbuilders) के शेयरों में मंगलवार को तेजी देखने को मिली। दिन में एक वक्त पर यह डिफेंस स्टॉक करीब 11 प्रतिशत चढ़ गया था। बता दें, कंपनी डिविडेंड दे रही है।
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर 3% से अधिक चढ़कर 116.60 रुपये पर पहुंच गए हैं। डिफेंस कंपनी अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने बताया है कि उसे DRDO, PSU और एक प्राइवेट कंपनी से 7.52 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले हैं।
डीआरडीओ के चेयरमैन समीर वी कामत ने कहा, 'अमेरिका, रूस और चीन ने ही ऐसी क्षमता दिखाई है। इजरायल भी इस दिशा में काम कर रहा है। मैं कहूंगा कि हम दुनिया में चौथे या पांचवें नंबर पर हैं, जिन्होंने इस सिस्टम को प्रदर्शित किया है।'
Hindustan Aeronautics Ltd Share Price: मोतीलाल ओसवाल सर्विसेज से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के शेयरों को BUY रेटिंग दी है। ब्रोकरेज हाउस ने 5100 रुपये का टारगेट प्राइस सेट किया है।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Ltd) के शेयरों में आज 2 कारोबारी दिन के बाद तेजी देखने को मिली है। कंपनी के शेयरों का भाव मंगलवार की सुबह 5 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया। इस तेजी के पीछे की वजह रक्षा मंत्रालय से कंपनी को 2210 करोड़ रुपये का नया काम मिला है।
HAL Target Price: चर्चित डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics) को खरीदने की सलाह आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने दी है। ब्रोकरेज हाउस ने इस डिफेंस स्टॉक को ‘ADD’ रेटिंग से बढ़ाकर BUY रेटिंग दे दिया है।
बता दें कि LCH प्रचंड भारत का पहला स्वदेशी डिजाइन और डेवलप कॉम्बैट हेलीकॉप्टर है, जो 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर ऑपरेट कर सकता है। यह सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे क्षेत्रों में कारगर है।
40 साल के लम्बे इंतजार के बाद सरकारी डिफेंस कंपनी हिंदुस्तान शिपयार्ड (Hindustan Shipyard) नेट वर्थ पॉजिटिव हुआ है। कंपनी ने मुनाफा कमाया है। लम्बे समय से यह कंपनी लगातार घाटे में ही थी। लेकिन अब स्थिति बदल गई है।
यह MRSAM सिस्टम DRDO और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने मिलकर तैयार किया है। इसमें रडार, मोबाइल लॉन्चर सिस्टम और दूसरे वाहन शामिल हैं। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने हवाई लक्ष्यों को सीधे भेदा और उन्हें पूरी तरह नष्ट कर दिया।