इस शेयर में भयंकर गिरावट, एक ही दिन में 27% टूट गया भाव, कंपनी ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं...धैर्य रखें
- Indusind Bank Ltd share crash: अमेरिकी बाजारों में कमजोरी के चलते मंगलवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई। इस बीच, इंडसइंड बैंक के शेयर में मंगलवार को कारोबार के दौरान 27 फीसदी तक टूट गए।

Indusind Bank Ltd share crash: अमेरिकी बाजारों में कमजोरी के चलते मंगलवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई। इस बीच, इंडसइंड बैंक के शेयर में मंगलवार को कारोबार के दौरान 27 फीसदी तक टूट गए। लगातार पांचवें दिन गिरावट के साथ इंडसइंड बैंक का शेयर 52 सप्ताह के निचले स्तर 653 रुपये पर पहुंच गया था। इंडसइंड बैंक में म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी में 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की महत्वपूर्ण गिरावट आई है। वहीं, LIC को इस शेयर में गिरावट से लगभग ₹1,000 करोड़ का नुकसान हुआ। रॉयटर्स के एनालिस्ट के अनुसार, बैंक के शेयर नवंबर 2020 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए और मार्च 2020 के बाद से अपनी सबसे बड़ी गिरावट की ओर बढ़ रहे हैं।
कंपनी ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं
इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने शेयरधारकों से धैर्य रहने का आग्रह करते हुए कहा कि मौजूदा चुनौतियां सामान्य हैं और घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, "शेयरधारकों से हमारा अनुरोध है कि वे घबराएं नहीं, ये सामान्य समस्या है। इस समस्या का समाधान हो जाएगा। जैसा कि हम देख रहे हैं, उनके वित्तीय आंकड़े बहुत मजबूत हैं। 9 महीनों के लिए परिचालन लाभ ₹11,000 करोड़ से अधिक है। ऐसे में 1,600 करोड़ रुपये का झटका ज्यादा नहीं है।" उन्होंने कहा कि इन इश्यू की पहचान मैनेजमेंट द्वारा की गई थी, ऑडिटर्स द्वारा नहीं। बाजार को समस्या को स्वीकार करने तथा प्रावधान करने में बैंक की पारदर्शिता की सराहना करनी चाहिए।
क्यों गिर रहा शेयर?
बता दें कि 10 मार्च को बाजार बंद होने के बाद प्राइवेट सेक्टर के बैंक ने अपने वायदा-विकल्प पोर्टफोलियो में कुछ विसंगतियों की सूचना दी थी। इसके चलते यह भारी गिरावट हुई। इंडसइंड बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को बताया था कि उसके वायदा-विकल्प पोर्टफोलियो से संबंधित प्रक्रियाओं की आंतरिक समीक्षा के दौरान, उसने कुछ विसंगतियां पाईं। बैंक ने एक बयान में कहा कि उसने डिटेल इंटरनल रिव्यू में दिसंबर 2024 तक बैंक की कुल संपत्ति पर लगभग 2.35 प्रतिशत के प्रतिकूल प्रभाव का अनुमान लगाया है। इसके चलते बैंक को मार्च तिमाही के दौरान कर के बाद ₹15,800 करोड़ का नुकसान हो सकता है।