Nifty फिर से 25000 के पार, कहीं यह तेजी बुलबुला तो नहीं, जानें एक्सपर्ट की राय
सोमवार को एक बार फिर निफ्टी 25000 के मार्क को क्रॉस करने में सफल रहा है। 8 कारोबारी में सत्र में 5 कारोबारी सत्र ऐसा रहा है जब निफ्टी 25000 के मार्क को क्रॉस किया है। लेकिन 2025 में दो ही बार ऐसा हुआ है जब निफ्टी 25000 के लेवल के ऊपर बंद हुआ है।

सोमवार को एक बार फिर निफ्टी 25000 के मार्क को क्रॉस करने में सफल रहा है। 8 कारोबारी में सत्र में 5 कारोबारी सत्र ऐसा रहा है जब निफ्टी 25000 के मार्क को क्रॉस किया है। लेकिन 2025 में दो ही बार ऐसा हुआ है जब निफ्टी 25000 के लेवल के ऊपर बंद हुआ है। आइए समझते हैं कि क्या निफ्टी में तेजी कहीं महज बुलबुला तो नहीं है। इस उछाल के पीछे की वजह क्या है?
सोमवार की तेजी बैकिंग और फाइनेंशियल स्टॉक की वजह से देखने को मिली। लेकिन इसके बाद आईटी और ऑटो स्टॉक ने उस तेजी की बढ़त को बरकरार रखा। निफ्टी आईटी और निफ्टी ऑटो इंडेक्स सोमवार को एक-एक प्रतिशत की बढ़त बनाने में सफल रहा था।
घरेलू और वैश्विक बाजार में तेजी का असर
निफ्टी के आज 25000 के लेवल को क्रॉस करने के पीछे की वजह घरेलू और वैश्विक मार्केट में तेजी है। डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपियन यूनियन पर लगाए जाने वाले 50 प्रतिशत टैरिफ की डेडलाइन को बढ़ाकर 9 जुलाई कर दिया है। पहले यह डेडलाइन 1 जून थी। इस फैसले का असर दुनियाभर के बाजारों पर दिखा है।
रुपये का मजबूत होना
2 हफ्ते के बाद एक बार फिर से एक डॉलर की कीमत 85 रुपये हो गई है। शुक्रवार के मुकाबले 0.90 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह तेजी रिजर्व बैंक के 2.69 लाख करोड़ रुपये के डिविडेंड के भुगतान की वजह से देखने को मिली है। बीते वित्त वर्ष के मुकाबले 27 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
जून मौद्रिक नीति समिति की बैठक में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में सरकार को मिला डिविडेंड घरेलू बाजार के सुरक्षा कवच के तौर पर काम करता हुआ दिखाई देगा।
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सेंट्रम ब्रोकिंग के वाइस प्रेसीडेंट नीलेश जैन कहते हैं कि ऐसे कोई मजबूत संकेत नहीं मिल रहे हैं जिससे निफ्टी 25000 के मार्क को बरकार रखने में सफल रहे। बता दें, उन्होंने निफ्टी लगातार 25000 के मार्क को तोड़ रहा है। जिसकी वजह से निफ्टी 25,200 के नए टारगेट की तरफ बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरों को खरीदने और बेचने की सलाह नहीं देता है।)