10 साल पहले शुरुआत, सॉफ्टबैंक का सपोर्ट...अब IPO लेकर आ रही मीशो
मीशो ने अपने आईपीओ के लिए सलाहकार के तौर पर मॉर्गन स्टेनली, कोटक महिंद्रा कैपिटल और सिटी को पहले ही चुन लिया है। बेंगलुरु की इस कंपनी को सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प का समर्थन है।
Meesho IPO: फ्लिपकार्ट की तरह अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो भी आईपीओ लाने की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी आने वाले हफ्तों में सेबी को गोपनीय रूप से आवेदन दे सकती है। 10 आईपीओ के जरिए कंपनी 700 से 800 मिलियन डॉलर जुटाने की कोशिश कर सकती है। बता दें कि बेंगलुरु की इस कंपनी को सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प का समर्थन है।
मीशो ने बदला है नाम
ये खबर ऐसे समय में आई है जब मीशो ने पब्लिक कंपनी बनने के लिए अपना नाम बदल लिया है। इस ई-कॉमर्स स्टार्टअप ने अब अपना नाम मीशो प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर ‘मीशो लिमिटेड’ कर लिया है। कंपनी के बोर्ड ने इस महीने की शुरुआत में आयोजित अपनी असाधारण आम बैठक में नाम परिवर्तन को मंजूरी दे दी है।
आईपीओ के लिए पहला कदम
बता दें कि नाम बदलने की प्रक्रिया को कंपनियों के आईपीओ का पहला कदम माना जाता है। इसी वजह से आईवियर कंपनी लेंसकार्ट ने भी अपने नाम को बदला है। हालांकि, अभी मीशो को आईपीओ योजना पर आगे बढ़ने से पहले अपना हेडक्वार्टर शिफ्ट करना होगा। कंपनी का हेडक्वार्टर अमेरिका के डेलावेयर में है और अब इसे भारत में स्थानांतरित करना होगा। इस बीच, मीशो ने अपने आईपीओ के लिए सलाहकार के तौर पर मॉर्गन स्टेनली, कोटक महिंद्रा कैपिटल और सिटी को पहले ही चुन लिया है।
प्रतिद्वंदी फ्लिपकार्ट की भी है योजना
अगर मीशो इस साल शेयर बाजार में सूचीबद्ध होती है, तो यह अपने पुराने और प्रमुख प्रतिद्वंद्वी वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट को पीछे छोड़ देगी। बता दें कि 2007 में शुरू हुई फ्लिपकार्ट भी बाजार में उतरने की तैयारी कर रही है। बता दें कि मीशो की स्थापना साल 2015 में आईआईटी-दिल्ली के पूर्व छात्र विदित आत्रे और संजीव बरनवाल ने की थी। इस कंपनी ने टाइगर ग्लोबल, सॉफ्टबैंक, एलिवेशन कैपिटल और कई अन्य से 1.3 बिलियन डॉलर से अधिक की पूंजी जुटाई है।