डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान से टाटा की ये कंपनी हुई खफा, रोका एक्सपोर्ट, आपका दांव है क्या
- Donald Trump Tariffs: डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के फैसले पर टाटा मोटर्स (Tata Motors) की सब्सिडियरी ने जागुआर लैंड रोवर ने कड़ा फैसला किया है। टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार जागुआर लैंड रोवर ने ब्रिटेन में बनी गाड़ियों के एक्सपोर्ट को अमेरिका भेजने से रोक दिया है।

Donald Trump Tariffs: डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के फैसले पर टाटा मोटर्स (Tata Motors) की सब्सिडियरी ने जागुआर लैंड रोवर ने कड़ा फैसला किया है। टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार जागुआर लैंड रोवर ने ब्रिटेन में बनी गाड़ियों के एक्सपोर्ट को अमेरिका भेजने से रोक दिया है। ब्रिटेन की सबसे बड़ी कार बनाने वाली कंपनी का यह फैसला सोमवार से प्रभावी हो रहा है। बता दें, अमेरिकी सरकार ने कार के इंपोर्ट पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है। जोकि गुरुवार को लागू हो चुका है।
टाटा मोटर्स के मालिकाना हक वाली इस कंपनी का यह फैसला ट्रंप के टैरिफ ऐलान से निपटने के तरीके के तौर पर देखा जा रहा है। जागुआर लैंड रोवर ब्रिटेन में 38,000 लोगों को रोजगार देने वाली कंपनी है। रिपोर्ट के अनुसार जेएलआर के पास अमेरिका में पहले से ही कारों की दो महीने की आपूर्ति है, जिन पर नए टैरिफ लागू नहीं हुए हैं। अटलांटिक से अमेरिका गाड़ियों को भेजने में कुल 21 दिन का समय लगता है। जागुआर लैंड रोवर का यह फैसला कार कंपनियों की रणनीति की तरफ इशारा कर रही हैं।
जागुआर लैंड रोवर ने क्या कुछ कहा है?
कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर जारी किए बयान में कहा है कि हमारे ब्रांड की ग्लोबल अपील है। हमारा बिजनेस किसी एक पर निर्भर नहीं है। ऐसे मार्केट की बदलती परस्थितियों के हम आदी हैं। जागुआर लैंड रोवर ने आगे कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि दुनिया भर में फैले हमारे ग्राहकों को गाड़ियां पहुंचाई जाएं।
मार्च 2024 से बीते 12 महीने में जागुआर लैंड रोवर ने 4,30,000 गाड़ियों को बेचा है। जिसमें से एक चौथाई की बिक्री नॉर्थ अमेरिका में की गई है। जनवरी में कंपनी ने बताया है कि दिसंबर तिमाही में उनका प्रॉफिट 17 प्रतिशत लुढ़क गया था। बता दें, इस कार कंपनी को टाटा ने 2008 में फोर्ड से खरीदा था।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।