इजरायल-ईरान जंग से क्या पेट्रोल-डीजल पर आएगा संकट, क्या कह रही सरकार
Petrol Diesel Price Today: इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच कच्चा तेल 76 डॉलर के पार पहुंच गया है। दुनिया में सबसे सस्ता पेट्रोल बेचने वालों देशों में भी फ्यूल के दाम बढ़ गए। हालांकि, भारत के लोगों के लिए राहत है।

Petrol Diesel Price Today: इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच कच्चा तेल 76 डॉलर के पार पहुंच गया है। दुनिया में सबसे सस्ता पेट्रोल बेचने वालों देशों में भी फ्यूल के दाम बढ़ गए। हालांकि, भारत के लोगों के लिए राहत है। गुरुवार 19 जून को रोजाना की तरह सुबह 6 बजे ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के रेट जारी कर दीं। आज भी इनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। यहां नई दिल्ली में पेट्रोल 94.77 और डीजल 87.67 रुपये लीटर बिक रहा है। जबकि, दुनिया के कई देशों में पेट्रोल के रेट बदल गए हैं।
दूसरी ओर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल और डीजल उपलब्ध है। इस समय चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
दुनिया में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं
केंद्रीय मंत्री ने कहा, वर्तमान में दुनिया में कच्चे तेल की कोई कमी नहीं है और हमारे क्रूड ऑयल सप्लायर की संख्या अब बढ़कर 40 हो गई है, जो कि पहले 27 थी। इसके अलावा हम खुद भी कच्चे तेल का उत्पादन कर रहे हैं। हमारा उत्पादन भी बढ़ रहा है और हमारे पास काफी भंडार है।
बता दें आज ब्रेंट क्रूड का अगस्त वायदा 0.72 पर्सेंट नीचे 76.15 डॉलर प्रति बैरल पर था। जबकि, डब्ल्यूटीआई का जुलाई वायदा 0.19 पर्सेंट नीचे 75 डॉलर प्रति बैरल पर।
कितना तेल उत्पादन करता है ईरान
एमके ग्लोबल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान प्रतिदिन लगभग 3.3 मिलियन बैरल कच्चे तेल का उत्पादन करता है और लगभग 1.5 एमबीपीडी का निर्यात करता है। ईरान होर्मुज स्ट्रेट के उत्तरी किनारे पर भी है, जिसके माध्यम से दुनिया में 20 एमबीपीडी से अधिक कच्चे तेल का व्यापार होता है।
इस कारण मध्य पूर्व में ईरान-इजरायल संघर्ष शुरू होने के बाद ऐसी आशंका लगाई जा रही थी कि देश को कच्चे तेल के आयात में मुश्किलों का सामना कर पड़ सकता है।
उज्ज्वला योजना का लाभ 10.33 करोड़ गरीब परिवारों को
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का फायदा देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है। पुरी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2016 में उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई है। अब इस योजना का लाभ 10.33 करोड़ गरीब परिवारों को मिल रहा है।
उन्होंने आगे कहा, पहले केवल शहरी इलाकों तक ही गैस सिलेंडर की सुविधा सीमित थी, लेकिन मोदी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि देश के ग्रामीण इलाकों में भी एलपीजी सिलेंडर आसानी से पहुंचे। इसके अतिरिक्त, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2014 में हमने बायोफ्यूल ब्लेंडिंग 1.4 प्रतिशत से शुरू की थी, जो आज 20 प्रतिशत पर पहुंच गई है।