इलाहाबाद विश्वविद्यालय: केमिस्ट्री की दें परीक्षा, बीए-एलएलबी, बीकॉम में भी मिलेगा दाखिला
- सीयूईटी की ओर से आयोजित होने वाली स्नातक प्रवेश परीक्षा में तीन खंडों से प्रश्न पूछे जाएंगे। पहला खंड भाषा का होगा। दूसरा खंड ऐच्छिक विषय (डोमेन) का होगा।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) एवं इसके संघटक कॉलेजों में स्नातक के 16 पाठ्यक्रमों में कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के जरिए प्रवेश होगा। यह टेस्ट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए कराएगी। सीयूईटी-2025 के लिए आवेदन शुरू हो गया है। इविवि ने नए शैक्षिक सत्र 2025-26 के प्रवेश प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अब छात्रों को डोमेन के एक विषय से कई वर्ग में प्रवेश का विकल्प मिलेगा। इस बदलाव के अनुसार छात्रों को डोमेन में केमिस्ट्री की परीक्षा देने के बाद बीकॉम और बीएससी के सभी ग्रुप में भी दाखिला मिल सकता है। पहले हर कोर्स के लिए संबंधित डोमेन की अनिवार्यता थी, लेकिन अब यह अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है।
सीयूईटी की ओर से आयोजित होने वाली स्नातक प्रवेश परीक्षा में तीन खंडों से प्रश्न पूछे जाएंगे। पहला खंड भाषा का होगा। दूसरा खंड ऐच्छिक विषय (डोमेन) का होगा। इसमें एक विषय का ही छात्र-छात्राओं का विकल्प भरना होगा जबकि पिछले साल डोमेन में दो विषय होते थे। तीसरा खंड का जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट का होगा जिसमें करंट अफेयर्स, मानसिक योग्यता, संख्यात्मक क्षमता और मात्रात्मक तर्क से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे। हर पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए भाषा और जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट आनिवार्य होगा। कोर्स बदलने पर डोमेन के विषय बदल जाएंगे। डोमेन में केमिस्ट्री की परीक्षा देने पर बीएससी गणित वर्ग, पांच वर्षीय बीएससी-एमएससी फैमिली एंड कम्युनिटी साइंस, बीएएसी बायो वर्ग, बीए-एलएलबी, बीकॉम, बीसीए, पांच वर्षीय बीसीए-एमसीएम में प्रवेश मिल जाएगा।
डोमेन में सिर्फ एक विषय होगा
इविवि प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि हिंदी या अंग्रेजी भाषा और सामान्य अभिरुचि परीक्षा सभी स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए अनिवार्य होगी। इसके अलावा इस वर्ष से केवल एक डोमेन विषय (विशिष्ट विषय) ही मेरिट सूची तैयार करने के लिए मान्य होगा। परीक्षा के प्रश्न पत्र में कुल 50 प्रश्न होंगे, जिन्हें हल करने के लिए 60 मिनट का समय दिया जाएगा। सही उत्तर के लिए पांच अंक मिलेंगे, जबकि गलत उत्तर के लिए एक अंक का नकारात्मक अंकन किया जाएगा।
नए सत्र के दाखिले में छात्र-छात्राओं को डोमेन (ऐच्छिक) के एक विषय की परीक्षा से कई पाठ्यक्रमों में प्रवेश का विकल्प मिलेगा। इससे विद्यार्थियों को सुविधा होगी। - प्रो. जेके पति
प्रवेश निदेशक, इलाहाबाद, विश्वविद्यालय।