कैसे बनते हैं पायलट? जानिए कोर्स, योग्यता, फीस, नौकरी और सैलरी से जुड़ी हर जरूरी बात
अगर आपको आसमान में उड़ते हवाई जहाज पसंद हैं और आप हवाई जहाज उड़ाने का सपना देख रहे हैं, तो पायलट बनने का रास्ता अब आपके लिए खुला है। आइए जानते हैं भारत में पायलट कैसे बनते हैं।

आपने कभी न कभी बचपन में यह हसरत जरूर पाली होगी कि आप बड़े हो कर पायलट बनेंगे। यदि यह इच्छा अभी भी तीव्र है तो आइए जानते हैं भारत में कैसे पायलट बना जाता है। भारत में कई पायलट ट्रेनिंग कोर्स उपलब्ध हैं। ये कोर्स न केवल उड़ान भरने की तकनीक सिखाते हैं, बल्कि नेविगेशन, एअरक्राफ्ट ऑपरेशन और एविएशन से जुड़ी तमाम अहम जानकारी भी देते हैं।
कौन-कौन से पायलट कोर्स होते हैं?
भारत में कई तरह के पायलट लाइसेंस कोर्स उपलब्ध हैं, जिनकी एक लिस्ट यहां दी गई है -
- स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (SPL)
- प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL)
- कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL)
- एयरलाइन ट्रांसपोर्ट पायलट लाइसेंस (ATPL)
- फ्लाइट इंस्ट्रक्टर रेटिंग (FIR)
- मल्टी-क्रू पायलट लाइसेंस (MPL)
- रिमोट पायलट लाइसेंस (ड्रोन ऑपरेटर के लिए)
पायलट बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
पायलट कोर्स में दाखिला लेने के लिए उम्मीदवार को कम से कम कक्षा 12वीं साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स) से पास होना जरूरी है। कुछ कोर्सेस कॉमर्स स्ट्रीम वालों के लिए भी खुले होते हैं।
पायलट बनने में कितनी लगती है फीस?
भारत में पायलट ट्रेनिंग कोर्स की फीस औसतन 35 लाख रुपये से 40 लाख रुपये तक हो सकती है। हालांकि, कुछ संस्थानों में शुरुआती कोर्स की फीस 15 लाख रुपये से 20 लाख रुपये के बीच भी होती है।
कौन-कौन से संस्थान कराते हैं ट्रेनिंग?
भारत में कई प्रतिष्ठित पायलट ट्रेनिंग संस्थान हैं, जिनमें - दी बॉम्बे फ्लाइंग क्लब, इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स (IGIA), इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (IGRUA), राजीव गांधी एविएशन अकादमी, सिलवर ओक यूनिवर्सिटी, एकेडमी ऑफ कार्वर एविएशन प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
पायलट बनने के बाद क्या काम मिलता है?
पायलट बनने के बाद उम्मीदवार को कई तरह की जॉब प्रोफाइल मिल सकती हैं, इसमें कमर्शियल पायलट, को-पायलट, प्राइवेट जेट पायलट, एयरफोर्स पायलट (रक्षा क्षेत्र में), फ्लाइट इंस्ट्रक्टर जैसे काम शामिल हैं।
कहां-कहां नौकरी मिल सकती है?
पायलट बनने के बाद प्रमुख एयरलाइंस और संस्थाएं जो पायलट्स को भर्ती करती हैं, उनमें नौकरी मिलती है। इंडिगो, जेट एयरवेज, स्पाइस जेट, भारतीय वायुसेना, एयर इंडिया और अन्य प्राइवेट एविएशन कंपनियां पायलट को नौकरी देती हैं।
कितनी मिलती है सैलरी?
एक अनुमान के मुताबिक, पायलट बनने के बाद शुरुआती सैलरी 4 लाख प्रति वर्ष से शुरू होती है, जो अनुभव के साथ बढ़कर 10 लाख प्रति वर्ष या उससे अधिक तक जा सकती है। इंटरनेशनल एयरलाइंस में यह पैकेज और भी ज्यादा हो सकता है।