UPSC Success Story: पहले प्रयास में प्रीलिम्स में हुईं फेल, फिर कैसे क्रैक किया UPSC पास कर बनीं IFS ऑफिसर
- IFS Success Story: एक बार यूपीएससी प्रीलिम्स में असफलता मिली। फिर भी नहीं हारी हिम्मत और दूसरे प्रयास में बन गईं IFS (भारतीय विदेश सेवा) ऑफिसर। हम बात कर रहे हैं कनिष्का सिंह सागर की।

IFS Kanishka Singh Sagar Success Story: यूपीएससी परीक्षा हर वर्ष लाखों छात्र देते हैं और बहुत ही कम उम्मीदवारों को सफलता मिलती है। एक बार यूपीएससी प्रीलिम्स में असफलता मिली। फिर भी नहीं हारी हिम्मत और दूसरे प्रयास में बन गईं IFS (भारतीय विदेश सेवा) ऑफिसर।
हम बात कर रहे हैं कनिष्का सिंह सागर की। IFS कनिष्का सिंह सागर साल 2018 में यूपीएससी की परीक्षा में 416वीं रैंक हासिल की। वर्तमान में वह तुर्कमेनिस्तान के अशगबत (Ashgabat) में भारत के दूतावास में कार्यरत हैं।
2017 में प्रीलिम्स नहीं कर पाया पास-
IFS कनिष्का सिंह सागर पहली बार साल 2017 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए उपस्थित हुई थी। प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने के बाद उन्हें जल्द ही पता चल गया था कि वह मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई हैं। हार का सामना करने के बाद भी उन्होंने अपने हौसले को टूटने नहीं दिया और दोबारा परीक्षा की तैयारी में लग गई।
दूसरे प्रयास में मिली सफलता-
साल 2018 में कनिष्का एक बार फिर UPSC सिविल सेवा के लिए उपस्थित हुईं और इस बार, उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC को पास कर दिखाया और 416वीं रैंक हासिल की थी।
सफलता का श्रेय मॉक टेस्ट को दिया-
कनिष्का ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अपनी सफलता का श्रेय मॉक टेस्ट को दिया है। एक इंटरव्यू उन्होंने कहा था, 'यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि क्या गलत हुआ या मॉक टेस्ट में कहां कमी रह गई। यूपीएससी सीएसई के मॉक टेस्ट को समझकर, उम्मीदवारों के पास इसे क्लियर करने का बेहतर मौके होते हैं'
दिल्ली यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई-
कनिष्का दिल्ली के रहने वाली हैं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने से पहले,उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमेन कॉलेज से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। साल 2018 में, उन्होंने IAS अधिकारी अनमोल सागर से शादी की है।