क्या है बीएससी के बाद मेडिकल कोडिंग, MBBS के बाद एमबीए कहां से करें, जानें करियर काउंसलर से
मेडिकल के क्षेत्र में डेटा मैनेजमेंट और हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के लिए मेडिकल कोडिंग की जाती है और इसके लिए देश-विदेश की कंपनियां अच्छे कोडिंग विशेषज्ञों की तलाश में रहती हैं।

अगर आपने बीएससी (बायो) किया है,अब आगे एमएससी या मेडिकल कोर्स नहीं करना चाहते। बायोलॉजी से ग्रेजुएशन के बाद कई ऐसे शॉर्ट टर्म कोर्स हैं, जो आपके करियर को एक दिशा दे सकते हैं। आपकी क्वालिफिकेशन को देखते हुए कुछ ऐसे कोर्स की सलाह दे सकता हूं, जिनके आधार पर आसानी से नौकरी मिल सकती है। जैसे, मेडिकल कोडिंग। मेडिकल के क्षेत्र में डेटा मैनेजमेंट और हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के लिए मेडिकल कोडिंग की जाती है और इसके लिए देश-विदेश की कंपनियां अच्छे कोडिंग विशेषज्ञों की तलाश में रहती हैं। मेडिकल कोडिंग के अनेक शॉर्ट टर्म ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध हैं। एक बेहतर विकल्प अमेरिकन एकेडमी ऑफ प्रोफेशनल कोडर्स (AAPC) भी है।
दूसरा है क्लिनिकल रिसर्च। अगर आप रिसर्च में जाना चाहते हैं और मेडिकल साइंस में नई चीजों को जानने की उत्सुकता रखते हैं, तो फार्मा में क्लिनिकल रिसर्च का शॉर्ट टर्म कोर्स आपके लिए प्रभावी हो सकता है। इसमें छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर पीजी डिप्लोमा तक के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
मैं एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा हूं। कोर्स पूरा होने के बाद मैं निजी अस्पताल खोलना चाहता हूं। काम के साथ हॉस्पिटल मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री या एमबीए कहां से की जा सकती है, इस संबंध में मार्गदर्शन करें-
किसी भी विषय से न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण छात्रों के लिए इग्नू द्वारा दो वर्षीय एमबीए इन हेल्थ केयर एंड हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स अच्छा विकल्प है। इस कोर्स को इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी यानी इग्नू के स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेज विभाग के अंतर्गत संचालित किया जाता है। इस कोर्स में सीमित कक्षाएं होती हैं और इग्नू द्वारा स्टडी मैटीरियल और विडियो लेक्चर उपलब्ध कराये जाते हैं, ताकि आप अपना काम करते हुए इस कोर्स को भी पूरा कर सकें। वेबसाइट ignouadmission.samarth. edu.in देख सकते हैं। अन्य विषय में स्नातक और जिनका 10+2 में बायोलॉजी विषय रहा है और आगे इसी विषय से स्नातक कर रहे हैं, वे भी इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। अधिकतर निजी अस्पताल, क्लिनिक या नर्सिंग होम में प्रशिक्षित विशेषज्ञों का घोर अभाव है। ऐसे अस्पताल उन पेशेवरों की तलाश में रहते हैं, जो उनके सेट-अप को प्रोफेशनल तरीके से चला सकें। ऐसे में, हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स अनेक करियर अवसर उपलब्ध कराता है। आप कोर्स करें और किसी नजदीकी अस्पताल, क्लिनिक या नर्सिंग होम से नौकरी के लिए संपर्क करें।