Rainy season in Chhattisgarh, possibility of rain and hail in these districts in the next 2 days छत्तीसगढ़ में एकबार फिर बारिश का दौर, अगले दो दिन इन जिलों में बारिश और ओले गिरने की संभावना, Chhattisgarh Hindi News - Hindustan
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छत्तीसगढ़ में एकबार फिर बारिश का दौर, अगले दो दिन इन जिलों में बारिश और ओले गिरने की संभावना

  • बुधवार को मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर, गौरेला-पेंड्रा, सरगुजा, मुंगेली, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिलों को छोड़कर प्रदेश के सभी हिस्सों में कई स्थानों पर बारिश होने की संभाना है।

Sourabh Jain लाइव हिन्दुस्तान, रायपुर, छत्तीसगढ़Wed, 2 April 2025 03:37 PM
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छत्तीसगढ़ में एकबार फिर बारिश का दौर, अगले दो दिन इन जिलों में बारिश और ओले गिरने की संभावना

छत्तीसगढ़ में अप्रैल की शुरुआत सुहावने मौसम के साथ हुई। इस दौरान दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर बादल गरजे और बारिश हुई, साथ ही पिछले 24 घंटों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में भी 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आज बुधवार को भी प्रदेश में एक-दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ तेज हवा चलने की संभावना जताई है। साथ ही गुरुवार 4 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर ओले गिरने और बादल गरजने के साथ ही तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिनों में अधिकतम तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है, इसके बाद पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

कैसा रहा बीते दिन का मौसम

उत्तरी छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई। प्रदेश के दुर्ग संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहा, बिलासपुर संभाग में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा, तथा शेष सभी संभागों में सामान्य रहे। मंगलवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्मी राजनांदगांव में पड़ी, जहां सर्वाधिक अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज किया गया।

7 दिन के मौसम का पूर्वानुमान और चेतावनी

2 अप्रैल (बुधवार)- प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान एक-दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ तेज हवा चलने तथा हल्की बारिश होने की संभावना है।

3 अप्रैल (गुरुवार)- प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ तेज हवा चलने, ओले गिरने तथा हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

4 अप्रैल (शुक्रवार)- प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ तेज हवा चलने, ओले गिरने तथा हल्की वर्षा होने की संभावना है।

5 अप्रैल (शनिवार)- प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ तेज हवा चलने तथा हल्की वर्षा होने की संभावना है।

6 अप्रैल (रविवार)- प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है।

7 अप्रैल (सोमवार)- प्रदेश का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

8 अप्रैल (मंगलवार)- प्रदेश का मौसम शुष्क रहने की संभावना है।

गुरुवार को 9 जिलों के लिए ओरेंज अलर्ट जारी

2 अप्रैल (बुधवार) को मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर, गौरेला-पेंड्रा, सरगुजा, मुंगेली, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिलों को छोड़कर प्रदेश के सभी हिस्सों में कई स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।

3 अप्रैल (गुरुवार) को मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और कोरिया जिलों को छोड़कर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान मौसम विभाग ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज, जशपुर, कांकेर, धमतरी, गरियाबंद और कोंडागांव के लिए गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और ओलावृष्टि का ओरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान इन इलाकों में अंधड़ भी चलने की आशंका है।

4 अप्रैल (शुक्रवार) को नारायणपुर, कांकेर और कोंडागांव में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक क साथ बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ चलने का अनुमान लगाया है।

5 अप्रैल (शनिवार) को मौसम विभाग ने बीजापुर, बस्तर और सुकमा जिलों में गरज-चमक क साथ बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ चलने का अनुमान लगाया है।

सिनोप्टिक स्थितियां

एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य एवं ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक द्रोणिका के रूप में स्थित है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर लगभग 68 डिग्री पूर्व से 26 डिग्री उत्तर के उत्तर में है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण के ऊपर से बिहार और छत्तीसगढ़ होते हुए दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक औसत समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर एक द्रोणिका स्थित है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण छत्तीसगढ़ और उसके आसपास समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर स्थित है।

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