छत्तीसगढ़ में दो इनामी समेत सात नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, इन वारदातों के सिलसिले में थी तलाश
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है और उन्हें अन्य सुविधाएं जैसे कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि मुहैया कराई जाएगी।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सात नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हथियार डालने वाले सात में से दो नक्सलियों पर इनाम भी घोषित था। उन्होंने बताया कि सरकार ने नक्सली सदस्य जुगलू और दशा पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। अधिकारियों के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली अपने-अपने क्षेत्र में नक्सली बंद सप्ताह के दौरान सड़क खोदना, पेड़ काटना, नक्सली बैनर, पोस्टर और पाम्प्लेट लगाने जैसी घटनाओं में शामिल रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों के नाम जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (23), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम (26), भोजा राम माड़वी (48), लखमा उर्फ सुती (26), रातू उर्फ ओठे कोवासी (25), सुखराम पोड़ियाम (25) और पण्डरू राम पोड़ियाम (45) है, इन सात लोगों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने जिले में जारी लोन वर्राटू (अपने घर/गांव वापस लौटो) अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।
अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है और उन्हें अन्य सुविधाएं जैसे कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत अब तक 238 इनामी सहित कुल 991 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है।
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