एडम गिलक्रिस्ट ने बतौर कप्तान धोनी के इस फैसले की आलोचना की, बदल सकता था मैच का रूख
एडम गिलक्रिस्ट ने एमएस धोनी द्वारा खलील अहमद को पारी का 19वां ओवर देने के फैसले को गलत बताया। उनका मानना है कि धोनी कंबोज या जडेजा को गेंद थमा सकते थे।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स को रोमांचक मुकाबले में दो रन से हराया। एमएस धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपर किंग्स नौ मुकाबले हार चुकी है टूर्नामेंट में अब आगे नहीं बढ़ पाएगी। प्लेऑफ की रेस से बाहर होने वाली चेन्नई पहली टीम थी। वहीं बेंगलुरु के खिलाफ मुकाबले के दौरान एडम गिलक्रिस्ट चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी द्वारा खलील अहमद को 19वें ओवर में गेंद देने के फैसले से नाखुश दिखे।
तेज गेंदबाज खलील अहमद एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में काफी महंगे साबित हुए। उन्होंने अपने शुरुआती दो ओवर में 32 रन दिए और फिर पारी के आखिर में गेंदबाजी करने के लिए आए। रोमारियो शेफर्ड ने उनके ओवर में 33 रन बटोरे, जिसकी बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 213 रन बनाए। गिलक्रिस्ट ने खलील को वापस भेजने के धोनी के फैसले पर कहा कि वह रवींद्र जडेजा या अंशुल कंबोज के साथ जा सकते थे।
गिलक्रिस्ट ने क्रिकबज से कहा, ''मुझे नहीं पता कि क्या कोई बड़ा अंतर लाया जा सकता था। खलील के पास वापस जाना जोखिम भरा था क्योंकि उन्होंने शुरुआती ओवर में ही 32 रन दे दिए थे। शायद कंबोज को दे सकते थे। यह देखते हुए कि नूर ने कहां समाप्त किया, स्पिन के एक अतिरिक्त ओवर के साथ जडेजा जा सकते थे। उन्होंने 45 डॉट गेंदें भी फेंकी।''
उन्होंने आगे कहा, ''धोनी...वह अभी भी नहीं दिखाता कि वह दुखी है। मुझे बस आश्चर्य है कि क्या अंदर से उसके लिए अभी भी एनर्जी पैदा हो रही है। क्या दिमाग अभी भी उसके लिए उतनी ही चतुराई से काम कर रहा है जितना हमेशा होता है, जैसे-जैसे वह अंत के करीब और करीब आता है। चाहे इस साल हो या अगले साल, जो भी हो। मैं उनके नेतृत्व की कड़ी आलोचना नहीं करना चाहता क्योंकि मुझे लगता है कि कुछ खराब गेंदबाजी के कारण निराशा हुई है।''