क्या दबाव में आकर रोहित ने टेस्ट से लिया संन्यास? BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बताई अंदर की बात
राजीव शुक्ला ने कहा है कि रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला उनका खुद का है। इसमें बोर्ड की कोई भूमिका नहीं है। रोहित ने बुधवार को खेल के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास लिया।

भारतीय क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने गुरुवार को कहा कि रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना एक निजी फैसला था और बीसीसीआई ने उन पर ऐसा करने के लिए कोई दबाव नहीं डाला था। रोहित ने 20 जून से इंग्लैंड में शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले बुधवार को संन्यास की घोषणा की।
राजीव शुक्ला ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘जहां तक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का सवाल है तो रोहित ने अपना फैसला खुद किया है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी नीति है कि जो खिलाड़ी संन्यास का फैसला लेते हैं, हम उन पर कोई दबाव नहीं डालते और हम उन्हें कुछ सुझाव भी नहीं देते हैं, हम कुछ नहीं कहते हैं। ’’
शुक्ला ने कहा कि पांच दिवसीय क्रिकेट में उनका योगदान बहुत बड़ा है, उन्होंने कहा, ‘‘हम उनकी जितनी प्रशंसा करें, उतनी कम है। वह एक महान बल्लेबाज हैं। अच्छी बात यह है कि उन्होंने अभी तक क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला नहीं किया है (क्योंकि वह अब सिर्फ वनडे खेलेंगे)। इसलिए हम निश्चित रूप से उनके अनुभव और प्रतिभा का फायदा उठाएंगे।’’
रोहित के कप्तानी का पद छोड़ने के बाद, यह देखना बाकी है कि भारत की टेस्ट कप्तानी किसे सौंपी जाती है। जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल और शुभमन गिल दावेदारों में शामिल हैं।
कप्तानी के लिए संभावित खिलाड़ियों के नाम के बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा कि यह पूरी तरह से चयन समिति का अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘‘किसी तरह की अटकलें नहीं होनी चाहिए। चयनकर्ता तय करेंगे और आपको बताएंगे कि कप्तान कौन है। यह पूरी तरह से उनका फैसला है। ’’