Cant believe Virat Kohli knew people were dying outside says Atul wassan blames RCB s hype for Bengaluru stampede बेंगलुरु भगदड़ के लिए विराट कोहली नहीं, बल्कि RCB जिम्मेदार...पूर्व पेसर ने समझाया पूरा 'कांड', Cricket Hindi News - Hindustan
Hindi Newsक्रिकेट न्यूज़Cant believe Virat Kohli knew people were dying outside says Atul wassan blames RCB s hype for Bengaluru stampede

बेंगलुरु भगदड़ के लिए विराट कोहली नहीं, बल्कि RCB जिम्मेदार...पूर्व पेसर ने समझाया पूरा 'कांड'

विश्वास नहीं होता कि विराट कोहली को पता था कि लोग बाहर मर रहे हैं और प्रोग्राम जारी रहा। आरसीबी की बेंगलुरु भगदड़ के लिए आरसीबी को ही पूर्व तेज गेंदबाज अतुल वासन ने जिम्मेदार ठहराया है।

Vikash Gaur एएनआई, नई दिल्लीFri, 6 June 2025 09:35 AM
share Share
Follow Us on
बेंगलुरु भगदड़ के लिए विराट कोहली नहीं, बल्कि RCB जिम्मेदार...पूर्व पेसर ने समझाया पूरा 'कांड'

ना तो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु यानी आरसीबी और ना ही विराट कोहली ने सोचा होगा कि आईपीएल चैंपियन बनने के बाद उनकी टीम का जश्न जानलेवा जश्न में तब्दील हो जाएगा। अहमदाबाद में आईपीएल का खिताब जीतने के बाद बेंगलुरु पहुंची आरसीबी की टीम के लिए एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में जश्न की तैयारी थी। जश्न शुरू हो चुका था। पूरा स्टेडियम खचाखच भरा था, लेकिन जब प्रोग्राम चल रहा था तो उसी समय स्टेडियम के बाहर से एक दुखद खबर सामने आई, जो बहुत ही ज्यादा भयावह थी। एक तरफ स्टेडियम में कार्यक्रम जारी था, उसी समय स्टेडियम के बाहर लोगों की जान जा रही थी। बेंगलुरु भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हैं। इस बीच पूर्व तेज गेंदबाज अतुल वासन ने आरसीबी और विराट कोहली को लेकर एक बड़ा दावा किया है।

हर कोई जानता है कि 18 साल के बाद ट्रॉफी जीतने के मायने विराट कोहली के लिए, टीम के लिए और टीम के फैंस के लिए क्या थे, बावजूद इसके सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे। इस पर अलग-अलग थ्योरी है। आरोप-प्रत्यारोप सामने आ रहे हैं, लेकिन इससे लोगों की जान को वापस नहीं लाया जा सकता। आरसीबी की जीत को लेकर अभूतपूर्व हाइप थी। ये खुद आरसीबी ने क्रिएट की थी। यही कहना है अतुल वासन का। पूर्व पेसर ने कहा है कि उन्होंने पहले ऐसा कभी नहीं देखा था। वासन का मानना ​​है कि खिलाड़ियों ने नहीं, बल्कि इस उन्माद ने बेंगलुरु में पागलपन को बढ़ावा दिया।

ये भी पढ़ें:चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद भी दबाव में हैं कोच गौतम गंभीर? जानिए क्या कहा

एएनआई से बात करते हुए अतुल वासन ने कहा, "हां, यह बहुत दुखद है। मैंने जो सुना वह दुखद है और यह मेरी आंखों के सामने हुआ, क्योंकि पिछली रात के मैच के बाद से मैं शो कर रहा हूं और मैंने विराट के चेहरे पर राहत और उस तरह का आकर्षण देखा। मैं यह देख सकता था और उसने 2016 में यह स्पष्ट कर दिया था जब उसने इस ट्रॉफी को खो दिया था। यह उसके सबसे बुरे क्षणों में से एक था। इसलिए मुझे लगता है कि प्रशंसकों ने इस जीत को पसंद किया। अब जब विराट ने आखिरकार इसे खिताब को हासिल किया, तो मुझे लगता है कि तब प्रशंसक पागल हो गए थे।"

उन्होंने आगे कहा, "बाद में सुबह में टीम के काफिले के साथ जो हुआ और जिस तरह का जश्न मनाया गया, उससे लोगों में उत्साह भर गया, जिस पर मुझे यकीन नहीं हुआ। मैं इसे देख रहा था और मैं इसे एक सार्वजनिक प्रयोग के रूप में देख रहा था, एक सामाजिक प्रयोग के रूप में कि कैसे एक स्थानीय फ्रेंचाइजी को इतना प्रचार मिल सकता है। मैं इसका विश्लेषण करने की कोशिश कर रहा था, क्योंकि विराट 18 साल से उनके साथ हैं। शायद उन्हें सब कुछ मिल गया है, लेकिन शायद उन्हें लगा कि खेल में उनकी रुचि के कारण - इस फ्रेंचाइजी के साथ, उन्हें लगा कि शायद उन्हें यह सब करना चाहिए। इसलिए मुझे लगता है कि यह सिर्फ विराट फैक्टर है, विराट के साथ जुड़ाव जो प्रशंसकों को दुनिया भर में मिला है।"

ये भी पढ़ें:बेंगलुरु भगदड़ कांड में ऐक्शन, एयरपोर्ट जाते हुए पकड़ा RCB का अफसर; 4 गिरफ्तार

वासन ने आरसीबी की आईपीएल जीत को लेकर अतिशयोक्तिपूर्ण प्रचार पर अविश्वास व्यक्त किया, इसकी तुलना भारत की विश्व कप जीत से की। उन्होंने आईपीएल और फ्रेंचाइजी की शानदार मार्केटिंग की प्रशंसा की। वासन ने तर्क दिया कि राजनेताओं ने नहीं, बल्कि इस अतिशयोक्तिपूर्ण उत्साह ने बेंगलुरु में दुर्घटना को जन्म दिया, उन्होंने इसे एक बुरे सपने के सच होने जैसा बताया।

उन्होंने आगे कहा, "विराट प्रशंसकों को इसका बदला चुका रहे थे। मैं करोड़ों सालों में भी यह विश्वास नहीं कर सकता कि विराट - मैं उन्हें एक बच्चे के रूप में, एक व्यक्ति के रूप में जानता हूं - जानते थे कि लोग बाहर मर रहे हैं, और सेलिब्रेशन अंदर जारी था। मैं राजनेताओं पर विश्वास कर सकता हूं, क्योंकि वे निर्दयी, मोटी चमड़ी वाले होते हैं। वे भाड़े के सैनिक हैं और कॉर्पोरेट भी, जो आरसीबी फ्रेंचाइजी है। उन्हें परवाह नहीं है, क्योंकि उन्हें बैलेंस शीट दिखानी है। उन्हें रेवेन्यू दिखाना है। उन्हें पता होगा इसलिए यह कम्युनिकेशन की कमी थी। जब तक खिलाड़ियों को पता चला, तब तक उनके पास इसमें कुछ कहने का अधिकार नहीं था। अगर उनके पास होता, तो वे तुरंत बाहर निकल जाते।"