क्या चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद भी इंग्लैंड दौरे के लिए दबाव में हैं कोच गौतम गंभीर? पढ़िए कोच का कबूलनामा
भारतीय क्रिकेट टीम का इस महीने से शुरू होने वाला इंग्लैंड दौरा नए नवेले टेस्ट कप्तान शुभमन गिल के लिए कड़ा इम्तिहान है। कोच गौतम गंभीर के लिए भी यह चुनौती है। क्या इंग्लैंड दौरे को लेकर कोच दबाव में हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हां, वह हमेशा रिजल्ट देने के दबाव में होते हैं।
टीम इंडिया का 20 जून से इंग्लैंड दौरा शुरू होने जा रहा है। इस दौरान दोनों टीमों के बीच 5 टेस्ट मैच की सीरीज खेली जाएगी। इंग्लैंड दौरा हमेशा से भारतीय टीम के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। कोच हो या कप्तान या फिर कोई भी टीम, उनके लिए अंग्रेजों से उनके ही घर में भिड़ना आसान नहीं होता। तो क्या इंग्लैंड दौरे को लेकर कोच गौतम गंभीर दबाव में हैं? क्या अपनी कोचिंग के दौरान टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी जिताने के बावजूद वह दबाव महसूस कर रहे हैं? जवाब है- हां। उन्होंने खुद ही दबाव की बात कबूली है।
गौतम गंभीर और नए नवेले टेस्ट कैप्टन शुभमन गिल गुरुवार को मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान टीम इंडिया के कोच ने कहा, 'मैं हमेशा दबाव में होता हूं, चाहे हम रिजल्ट लाएं या नहीं। अगर आपने न्यूजीलैंड सीरीज के बाद यह सवाल पूछे होते तो तब भी मैं यहीं कहता- हां, मैं दबाव में हूं। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भी मैं यही कहता- हां, मैं दबाव में हूं।'
टीम इंडिया के कोच ने आगे कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भी मैं दबाव में हूं क्योंकि कोच होने की वजह से आप हमेशा रिजल्ट चाहते हैं। आप जो भी मैच खेलते हैं, आप चाहते हैं कि रिजल्ट (अच्छा) आए।’
करुण नायर को लेकर गंभीर ने कहा कि उनका काउंटी क्रिकेट में खेलने के अनुभव और उनके हालिया फॉर्म का इंग्लैंड दौरे पर फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा, 'करुण का अनुभव हमेशा काम आएगा जिन्होंने कुछ काउंटी क्रिकेट भी खेला है। वह अच्छे फॉर्म में है। उसने इंडिया ए के लिए दोहरा शतक भी लगाया है।'