सरफराज खान को लेकर आकाश चोपड़ा का टीम मैनेजमेंट से सवाल- अगर आपको भरोसा नहीं है तो उसे...
सरफराज खान को भारतीय टेस्ट टीम में नहीं चुने जाने पर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि अगर आपको उनकी तकनीक पर भरोसा नहीं है तो उन्हें इंडिया ए के साथ भी मत भेजिए। एक मैच में शतक के बाद दो ही मौके उनको मिल पाए।

इंग्लैंड के खिलाफ अगले सप्ताह से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए सरफराज खान का नाम टीम में नहीं है। पिछले महीने हुए टीम सिलेक्शन में सरफराज खान को इंग्लैंड दौरे के लिए नजरअंदाज किया गया। हालांकि, उसी टीम के खिलाफ सरफराज खान ने 76 गेंदों में शतक ठोककर टीम मैनेजमेंट को एक बड़ा संदेश दिया। इंडिया ए और भारत की टेस्ट टीम के बीच इंट्रा स्क्वॉड मैच में सरफराज खान ने गजब की पारी खेली। इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि जब आपको सरफराज की टेक्निक पसंद नहीं है तो उनको इंडिया ए के लिए भी क्यों चुनते हो?
15 चौके और 2 छक्कों की मदद से इस इंट्रा स्क्वॉड मैच में शतक जड़ने से पहले सरफराज खान ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 92 रनों की पारी खेली थी। पिछली सीरीज के दौरान वे भारत की टेस्ट टीम का हिस्सा थे, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनको मौका नहीं मिला था। इस पर क्रिकेटर से कमेंटेटर बने आकाश चोपड़ा ने कहा है कि मुंबई के इस खिलाड़ी ने ऐसा कुछ गलत नहीं किया है कि उनको टेस्ट टीम से किनारे कर दिया जाए।
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "सरफराज खान ने अब तक कुछ भी गलत नहीं किया है। वास्तव में, उन्होंने अब तक कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने जो एक मैच खेला, उसमें उन्होंने 90 से ज्यादा रन बनाए। वे शतक नहीं बना पाए, लेकिन उन्होंने रन बनाए। उसके बाद, आपने उन्हें अगले मैच में नहीं खिलाया और वे टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं। वह अब तक इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में विफल नहीं हुए हैं, लेकिन आपने उन्हें मौका ही नहीं दिया। यह अच्छी कहानी नहीं है। मैं समझ सकता हूं कि अगर आपको उसकी तकनीक या खेलने के तरीके पर भरोसा नहीं है, तो शायद वह वहां रन नहीं बना पाएगा, तो आपको फैसला लेना होगा। फिर उसे इंडिया ए के साथ भी मत भेजिए, क्योंकि आपके पास पहले से ही एक धारणा है।"
न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में 150 रनों की पारी पिछले अक्टूबर में खेलने वाले सरफराज खान को कुछ ही मौके मिले। आकाश ने कहा, "अगर आपको लगता है कि वह रन बना सकता है और इसीलिए उसे इंडिया ए टीम में चुना गया है, तो उसे इंडिया टेस्ट टीम में भी खिलाइए। उसने क्या गलत किया है? उसने बेंगलुरु में शतक बनाया। फिर वह दो मैचों में विफल रहा, लेकिन उन मैचों में किसी और ने भी तो रन नहीं बनाए। उसने ऑस्ट्रेलिया में एक भी मैच नहीं खेला, वास्तव में, वह स्कीम ऑफ थिंग्स का हिस्सा भी नहीं था। तो, ऐसी स्थिति में, कोई सोच सकता है कि उसके साथ कुछ गलत हो रहा है। उसने क्या गलत किया है? शायद, बिल्कुल कुछ नहीं, लेकिन उसे XI में जगह नहीं मिल रही है। वास्तव में, वह स्कीम ऑफ थिंग्स में नहीं है, जो थोड़ा दुखद है, अगर आपका नाम सरफराज खान है।"
सरफराज को टेस्ट टीम से बाहर करने पर चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर ने तर्क दिया था, "कभी-कभी आपको सिर्फ अच्छे फैसले लेने होते हैं। सरफराज, मुझे पता है कि उसने पहले टेस्ट (न्यूजीलैंड के खिलाफ) में 100 रन बनाए और फिर रन नहीं बनाए। कभी-कभी टीम प्रबंधन फैसले लेता है। चाहे वह किसी के लिए उचित हो या किसी के लिए अनुचित, ये वो विकल्प हैं जो आप टीम के सर्वोत्तम हित में लेते हैं।"