क्या आयुष म्हात्रे कर देंगे CSK की इन 5 समस्याओं का समाधान? जो टीम के लिए बन चुकी हैं नासूर
- क्या 17 साल के आयुष म्हात्रे CSK की इन 5 समस्याओं का समाधान कर सकते हैं? जो टीम के लिए आईपीएल 2025 में नासूर बन चुकी हैं। आयुष म्हात्रे ने अभी तक एक भी टी20 मैच किसी भी स्तर पर नहीं खेला है।

चेन्नई सुपर किंग्स को उस समय बड़ा झटका लगा था जब कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ आईपीएल 2025 से चोट के चलते बाहर हो गए थे। उनकी जगह कप्तानी तो महेंद्र सिंह धोनी ने संभाल ली, लेकिन उनके रिप्लेसमेंट का आधिकारिक ऐलान अभी तक नहीं हुआ है। रिपोर्ट्स की मानें तो 17 साल के आयुष म्हात्रे को चेन्नई सुपर किंग्स गायकवाड़ के रिप्लेसमेंट के तौर पर ला रही है। दो सप्ताह तक आयुष म्हात्रे का ट्रायल हुआ है और इसके बाद सीएसके ने उनको अपने साथ जोड़ने का फैसला किया है, लेकिन सवाल ये है कि आईपीएल 2025 की पॉइंट्स टेबल में आखिरी पायदान पर विराजमान चेन्नई की समस्या का समाधान आयुष म्हात्रे कर देंगे?
आयुष म्हात्रे को सीएसके ने स्किल सेट के भरोसे टीम में शामिल करने का फैसला किया होगा, क्योंकि उन्होंने अभी तक एक भी प्रोफेशनल टी20 मैच नहीं खेला है। ऐसे में एक युवा से ज्यादा उम्मीद लगाना बेमानी होगी। उनको डोमेस्टिक क्रिकेट का अभी सिर्फ 16 मैचों का अनुभव है। उनके आंकड़े अच्छे हैं, लेकिन आप एक युवा खिलाड़ी से ज्यादा उम्मीद ना लगाएं तो अच्छा होगा। आपको टीम की असली समस्या को सॉल्व करना होगा। तभी इस सीजन टीम कुछ कर पाएगी, अन्यथा पॉइंट्स टेबल में कहीं नीचे गुम हो जाएगी।
1. ओपनिंग
चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी समस्या उनकी ओपनिंग जोड़ी है। रचिन रविंद्र और डेवन कॉनवे ओपन कर रहे हैं। कुछ मैचों में अच्छी शुरुआत भी उन्होंने दिलाई है, लेकिन दोनों एक ही जैसे शैली के बल्लेबाज हैं। वे तेज गति से रन नहीं बनाते। या तो आपको ओपनिंग जोड़ी में बदलाव करना होगा या फिर किसी एक को पारी को एंकर करने और दूसरे से ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने के लिए कहना होगा।
2. स्पिन
चेन्नई सुपर किंग्स के पास इस समय तीन प्रोपर स्पिनर हैं, जिनमें नूर अहमद, रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा हैं। नूर अहमद तो फिर भी शानदार हैं, लेकिन अश्विन और जडेजा की हालत क्या है, ये आप सब देख चुके हैं। ये समस्या तभी सॉल्व होगी, जब आप परिस्थितियों के हिसाब से जडेजा या अश्विन में से किसी एक को चुनें।
3. मिडिल ऑर्डर
चेन्नई सुपर किंग्स की इस साल समस्या मिडिल ऑर्डर भी है, जिसमें आपको राहुल त्रिपाठी, विजय शंकर और शिवम दुबे नजर आएंगे। शिवम दुबे भी इस साल उतने प्रभावी नजर नहीं आए। वहीं, विजय शंकर और राहुल त्रिपाठी खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। 6 मैच अब तक टीम खेल चुकी है, लेकिन बदलाव ज्यादा देखने को नहीं मिले। आपको जल्द से जल्द बदलाव करने होंगे, तभी आपको उचित परिणाम मिल सकते हैं।
4. पेसर्स
खलील अहमद चेन्नई के लिए एक छोर गेंदबाजी में संभाले हुए हैं, लेकिन दूसरे छोर से गेंदबाज लगातार बदल रहे हैं। कभी सैम करन तो कभी अंशुल कंबोज तो कभी जैमी ओवर्टन दूसरे छोर से आ रहे हैं, लेकिन इसमें लगातार बदलाव हो रहा है, जो समस्या है। आपको किसी एक गेंदबाज के साथ टिकना होगा। यहां तक कि पिछले मैच में तो मथीशा पथिराना भी नहीं खेले, क्योंकि इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल पहले ही कर लिया गया था।
5. मैच फिनिशर
एमएस धोनी लंबे समय तक मैच फिनिशर रहे हैं, लेकिन अब आप उनसे 43 साल की उम्र में भी यही उम्मीद लगा रहे हैं कि वे आपको मैच जिताते रहेंगे तो आप गलत हैं। एमएस धोनी से कुछ चौके-छक्कों का भरोसा ठीक है, लेकिन बड़े मैच जिताना अब उनके बस की बात नहीं। किसी अन्य खिलाड़ी को ये जिम्मेदारी संभालनी होगी, जो अभी तक इस सीजन किसी ने भी नहीं संभाली।
अब सवाल ये है कि चेन्नई सुपर किंग्स के साथ इस सीजन ये पांच समस्याएं बनी हुई हैं, लेकिन क्या आयुष म्हात्रे इनमें से किसी समस्या को सॉल्व कर सकते हैं? इसका जवाब खोजने पर भी नहीं मिलेगा, क्योंकि आयुष से पहले भी टीम में कई खिलाड़ी हैं, जो मौके का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनको मौका नहीं मिला तो आयुष को भी बेंच पर ही बैठना पड़ेगा।
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