अगर 1% भी चांस है तो...रिहैब के लिए तैयार जसप्रीत बुमराह, क्या चैंपियंस ट्रॉफी तक हो पाएंगे फिट?
- अगर जसप्रीत बुमराह 23 फरवरी को होने वाले पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले तक भी फिट हो जाते हैं तो भारत के लिए यह अच्छी खबर होगी। हालांकि टीम मैनेजमेंट उनके साथ किसी भी तरह की कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहेगा।

इंग्लैंड के खिलाफ जारी वनडे सीरीज के बीच भारतीय टीम के लिए गुड न्यूज सामने आई है। टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में अपना रिहैब शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। रविवार को टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, 31 वर्षीय तेज गेंदबाज ने हाल ही में बीसीसीआई की मेडिकल टीम की निगरानी में अपनी पीठ की चोट के लिए स्कैन कराया। बताया गया है कि रिपोर्ट पर आंतरिक रूप से चर्चा की गई थी, और अब तेज गेंदबाज के अगले 24 से 48 घंटों में शारीरिक गतिविधि (जैसे जिम, हल्की गेंदबाजी) शुरू करने की संभावना है। बता दें, बुमराह को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान पीठ में चोट लगी थी।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सभी 8 टीमों ने अपने-अपने स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है। हालांकि अभी भी टीमों के पास बिना आईसीसी की परमिशन के 11 फरवरी तक स्क्वॉड में बदलाव करने का मौका होगा। अब देखने वाली बात है कि बीसीसीआई जसप्रीत बुमराह के साथ वेटिंग गेम कब तक खेलता है। इसकी उम्मीद काफी कम है कि बीसीसीआई 11 फरवरी तक स्क्वॉड में कोई बदलाव करेगा।
अगर जसप्रीत बुमराह 23 फरवरी को होने वाले पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले तक भी फिट हो जाते हैं तो भारत के लिए यह अच्छी खबर होगी। हालांकि टीम मैनेजमेंट उनके साथ किसी भी तरह की कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहेगा।
घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने कहा, “अगर 1% भी संभावना है, तो भी बीसीसीआई इंतजार करने की संभावना है। उन्होंने हार्दिक पांड्या के साथ भी ऐसा ही किया क्योंकि उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा को रिप्लेसमेंट के तौर पर लेने से पहले करीब दो हफ्ते तक इंतजार किया। यहां तक कि जब शुभमन गिल डेंगू से पीड़ित थे, तब भी उनके मन में रिप्लेसमेंट की तलाश करने का कोई विचार नहीं था। हां, अभियान के दौरान ये दो घटनाएं हुईं, लेकिन बुमराह के साथ दृष्टिकोण अलग नहीं हो सकता है। यह सिर्फ टीम जमा करने की समय सीमा है और अगर वह फिटनेस हासिल करने में विफल रहते हैं, तो वे बाद में इवेंट तकनीकी समिति से रिप्लेसमेंट की मांग कर सकते हैं।”