'युवाओं के खातिर धोनी को ले लेना चाहिए रिटायरमेंट, उन्हें ऐसा खेलता देख दुख होता है'
- वसीम जाफर से जब पूछा गया कि क्या धोनी को टीम में किसी युवा खिलाड़ी के लिए जगह बनानी चाहिए, तो उन्होंने कहा कि हां, अगर वह टीम की कप्तानी नहीं कर रहे हैं तो उन्हें इस तरह बल्लेबाजी करते देखना थोड़ा दुख देता है।

दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ रन चेज में एक बार फिर धोनी के फेल होने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में उनकी जगह पर सवाल उठने लगे हैं। माही 43 साल के हो गए हैं और वह अभी भी इस रंगारंग लीग का हिस्सा हैं। धोनी के इस परफॉर्मेंस को देखने के बाद फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट का कहना है कि अब उनमें पहले वाली बात नहीं रह गई है, उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट के बाद अब आईपीएल से भी संन्यास ले लेना चाहिए। धोनी ने 2019 में भारत के लिए नीली जर्सी में आखिरी मैच खेला था, वहीं 15 अगस्त 2020 को उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान किया था।
धोनी ने शनिवार को 26 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए, लेकिन चेन्नई को आईपीएल 2025 में चार मैचों में तीसरी हार का सामना करना पड़ा। कुछ अटकलें यह भी थीं कि क्या धोनी संन्यास लेने की कगार पर हैं, क्योंकि धोनी के माता-पिता पहली बार मैच देखने मद्रास क्रिकेट क्लब के मैदान में मौजूद थे।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर से जब पूछा गया कि क्या धोनी को टीम में किसी युवा खिलाड़ी के लिए जगह बनानी चाहिए, तो उन्होंने कहा, "हां, अगर वह टीम की कप्तानी नहीं कर रहे हैं तो उन्हें इस तरह बल्लेबाजी करते देखना थोड़ा दुख देता है।"
दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ धोनी तब बैटिंग करने उतरे जब सीएसकी की आधी टीम 74 के स्कोर पर पवेलियन लौट गई थी। उस समय टीम को 56 गेंदों पर 110 रनों की दरकार थी और धोनी के लिए यह एक परफेक्ट सिचुएशन थी। धोनी ने विजय शंकर के साथ अंत तक बैटिंग की मगर वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए, सीएसके को इस मैच में 25 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि, चेन्नई के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने पूर्व कप्तान के संन्यास लेने की अफवाहों को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, "नहीं, यह मेरा काम नहीं है। मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं बस उनके साथ काम करने का आनंद ले रहा हूं। वह अभी भी मजबूत हैं। मैं इन दिनों उनसे पूछता भी नहीं हूं। आप लोग ही हैं जो (संन्यास के बारे में) पूछते हैं।"