WTC फाइनल में पैट कमिंस की इस गलती की वजह से घुटनों पर आया ऑस्ट्रेलिया, मैथ्यू हेडन और डेल स्टेन ने जमकर लताड़ा
रयान रिकेल्टन और वियान मुल्डर के विकेट के बाद ऑस्ट्रेलिया की डिफेंसिव अप्रोच हो गई थी।टीम बावुमा या मार्करम में से किसी एक की गलती का इंतजार करने लगी। बावुमा के खिलाफ दो कैचिंग के मौके बने, लेकिन ऑस्ट्रेलिया उनमें से एक को भी नहीं पकड़ पाया।
WTC फाइनल के तीसरे दिन की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया को आगे माना जा रहा था। ऐलेक्स कैरी और मिचेल स्टार्क ने शानदार बल्लेबाजी कर लीड को 200 के पार पहुंचा दिया था। तीसरे दिन मिचेल स्टार्क ने अर्धशतक जड़ टीम को दूसरी पारी में 207 के स्कोर तक पहुंचाया और साउथ अफ्रीका के सामने 282 रनों का टारगेट रखा। पहली पारी में 138 रनों पर ढेर होने वाली साउथ अफ्रीकी टीम से किसी को उम्मीद नहीं थी कि वो इस स्कोर के नजदीक भी पहुंच पाएगी। मगर एडन मार्करम और टेंबा बावुमा ने सबकी उम्मीदों के उलट प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत की दहलीज पर ला खड़ा किया है। दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने 2 विकेट के नुकसान पर 213 रन बोर्ड पर लगा दिए हैं। जीत से अब टीम 69 रन ही दूर है। तीसरे दिन पैट कमिंस ऐसी क्या गलती कर बैठे की मैच ऑस्ट्रेलिया से दूर चला गया। इसका विश्लेषण मैथ्यू हेडन और डेल स्टेन ने किया है और दोनों पूर्व खिलाड़ियों ने पैट कमिंस का लताड़ लगाई है।
रयान रिकेल्टन और वियान मुल्डर के विकेट के बाद ऑस्ट्रेलिया की डिफेंसिव अप्रोच हो गई थी।टीम बावुमा या मार्करम में से किसी एक की गलती का इंतजार करने लगी। बावुमा के खिलाफ दो कैचिंग के मौके बने, लेकिन ऑस्ट्रेलिया उनमें से एक को भी नहीं पकड़ पाया।
एक बार जब बावुमा और मार्करम ने रन बनाना शुरू किया, तो कमिंस ने अपने फील्डरों को कैचिंग पोजीशन से हटा लिया और उनमें से कई को बाउंड्री रोकने के लिए डीप एरिया में तैनात कर दिया। इससे बावुमा और मार्करम के लिए काम आसान हो गया, जिन्होंने पूरे दिन सिंगल और डबल रन बनाए।
मैथ्यू हेडन ने मैच के बाद ब्रॉडकास्टर्स से कहा, “आप जानते हैं कि यह ऑस्ट्रेलिया का डिफेंसिव प्रयास था। यह सब इस बारे में था कि वे कैसे विकेट लेने वाले थे और वे ऐसा जल्दी कैसे करने वाले थे। आप जानते हैं कि जब उन्होंने मुल्डर और रिकल्टन के विकेट लिए तो उनके पास बावुमा पर प्रेशर बनाने का मौका था। उन्हें कवर्स में कैचिंग पोजिशन पर खिलाड़ी लगाना था। उन्हें कम डिफेंसिव और ज्यादा अटैकिंग होना था। क्या आप कल्पना कर सकते हैं अगर पहली कुछ गेंदें अकर पकड़ी जाती तो साउथ अफ्रीका के तीन विकेट गिर गए होते। तब ऑस्ट्रेलिया का मैच पर कंट्रोल होता। तो मेरे लिए यहां वो चूक गए।”
डेल स्टेन ने कहा, “हां, मैं थोड़ा हैरान हूं। आप जानते हैं, आपको खेल के फ्लो के साथ तालमेल बिठाना होता है, और जाहिर है आज, हमने देखा है कि गेंद बहुत नीचे रह रही है, यह वास्तव में स्लिप तक नहीं पहुंच पा रही है। और, आप जानते हैं, जब भी हम खेलते थे, मैं भारत जैसी जगह पर खेलता था, आपका शॉर्ट कवर, शॉर्ट मिडविकेट, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वे दक्षिण अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया या उस जैसी जगहों पर कॉर्डन स्लिप जितने अच्छे हैं। इसलिए ऐसे दिनों में, जब गेंद आगे नहीं बढ़ रही होती है और स्लिप तक नहीं पहुंच पा रही होती है, तो आपको उन खिलाड़ियों को उस तरह की कैचिंग पोजीशन में रखना होता है।”