जांच के घेरे में RCB मैनेजमेंट, सोशल मीडिया की इस पोस्ट पर बुरे फंसे
बेंगलुरु में भगदड़ से कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट करने को लेकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु प्रबंधन की जांच की जाएगी, भगदड़ से कुछ घंटे पहले आरसीबी ने विजय परेड की घोषणा की थी, जिसकी अनुमति नहीं थी।

बेंगलुरु में बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पहली ट्रॉफी जीतने की जश्न के दौरान चेन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई। हालांकि इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद आयोजकों ने इवेंट को जारी रखा, जिसके कारण उनकी कड़ी आलोचना हो रही है। इस बीच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु मैनेजमेंट एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर सवालों के घेरे में है और अब इसकी जांच की जाएगी। दरअसल भगदड़ से कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने सार्वजनिक विजय परेड की घोषणा की थी, जिसकी अनुमति पुलिस ने नहीं दी थी।
आरसीबी की पहली आईपीएल जीत का जश्न उस समय दुखद हो गया जब हजारों आरसीबी प्रशंसक टीम की एक झलक पाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर एकत्र हुए और भगदड़ मच गई। इसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के आधिकारिक एक्स अकाउंट से बुधवार की शाम तीन बजकर 14 मिनट पर विजय परेड की घोषणा की गई थी। जोकि विधान सौध से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक होती। जिसके बाद स्टेडियम के अंदर सम्मान समारोह आयोजित होना था। इस पोस्ट में फ्री पास के लिए एक लिंक भी था, जिसमें सीमित प्रवेश की घोषणा की गई थी तथा प्रशंसकों से पुलिस के दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के प्रबंधन को विजय परेड वाली सोशल मीडिया पोस्ट के लिए आधिकारिक जांच का सामना करना पड़ेगा। बुधवार की शाम को आरसीबी द्वारा एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई जानलेवा भगदड़ से कुछ ही घंटे पहले सार्वजनिक विजय परेड की घोषणा की गई थी, जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 47 लोग घायल हो गए। जांच में कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सीनियर सदस्य भी शामिल होंगे, जिनकी सम्मान समारोह की योजना बनाने में भूमिका की अब बेंगलुरु पुलिस और एक मजिस्ट्रेट जांच पैनल द्वारा समीक्षा की जा रही है।