टेस्ट टीम में जगह नहीं मिलने से श्रेयस अय्यर को लगा था झटका, कोच रिकी पोंटिंग ने बताई अंदर की बात
श्रेयस अय्यर को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है, जिससे वह दुखी हो गए थे। कोच रिकी पोंटिंग ने चयन नहीं होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

पंजाब किंग्स ने दूसरे क्वालीफायर में रविवार को मुंबई इंडियंस को पांच विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया और इसके साथ ही यह भी तय हो गया कि इंडियन प्रीमियर लीग को इस सत्र में एक नया चैंपियन मिलेगा। अब तीन जून को फाइनल में पंजाब का सामना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू से होगा और दोनों टीमों ने 18 साल में एक बार भी खिताब नहीं जीता है। पंजाब किंग्स ने 11 साल बाद फाइनल में जगह बनाई है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि श्रेयस अय्यर का हालिया शानदार प्रदर्शन टेस्ट टीम में जगह ना मिलने से प्रेरित है।
पंजाब किंग्स के कप्तान ने रविवार को दूसरे क्वालीफायर के दौरान नाबाद 87 रनों की पारी खेली। पंजाब किंग्स के कोच रिकी पोंटिंग ने भारतीय टेस्ट टीम में श्रेयस अय्यर को जगह नहीं मिलने पर हैरानी जताई है। उनके जैसा प्रदर्शन करने वाले अन्य खिलाड़ियों को मौका मिला है। उन्होंने कहा, ''मैं वास्तव में दुखी था। लेकिन उसने अच्छे से इसे स्वीकार किया और आगे बढ़ गया। उसकी आंखों में हर बार हमारे लिए खेलते समय अच्छा प्रदर्शन करने की भूख है।''
उन्होंने आगे कहा, ''टेस्ट टीम में चुने गए कुछ अन्य खिलाड़ियों ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट और आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर जगह बनाई, जबकि श्रेयस ने भी अन्य खिलाड़ियों की तरह ही सब कुछ किया है। टेस्ट टीम में चुने गए कुछ अन्य खिलाड़ियों ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट और आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर यह उपलब्धि हासिल की है और श्रेयस ने भी अन्य खिलाड़ियों की तरह ही सब कुछ किया है।"
पिछले साल अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को खिताब दिलाने वाले श्रेयस ने दबाव के क्षणों में परिपक्व पारी खेलते हुए 11 साल में पहली बार पंजाब को फाइनल में पहुंचाया। मुंबई के खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण के सामने जीत के लिये 204 रन का लक्ष्य आसान नहीं था लेकिन श्रेयस ने आक्रामक बल्लेबाजी की नयी परिभाषा गढी ।
उन्होंने आठ छक्कों और पांच चौकों की मदद से नाबाद 87 रन बनाये जिसकी मदद से पंजाब किंग्स ने पांच विकेट पर 207 रन बनाये । श्रेयस ने 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर टीम को जीत तक पहुंचाया।