जनवरी से चल रहा था विवाद, कंपनी फरार हुई तो फूटा गुस्सा
Bareily News - बदायूं में अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी में जनवरी से निवेशकों के भुगतान को लेकर विवाद चल रहा है। फरवरी में हंगामा हुआ और पीएसी को बुलाना पड़ा। भाजपा नेता सूर्यकांत मौर्य पर कार्रवाई नहीं हो रही है।...

बदायूं/बरेली, संवाददाता। अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी में निवेशकों के भुगतान को लेकर जनवरी से ही विवाद शुरू हो गया था। फरवरी में निवेशकों का आक्रोश फूटा तो काफी हंगामा हुआ और पीएसी तक लगानी पड़ गई। मगर सत्ता के बड़े नेताओं के चलते यह कंपनी संचालित करने वाले भाजपा नेता सूर्यकांत मौर्य और उनके भाई शशिकांत मौर्य पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कहा जा रहा है कि सूर्यकांत मौर्य बरेली में भाजपा के महानगर मंत्री हैं, जिसके चलते ही पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। रविवार को भी बदायूं के मीरा सराय स्थित अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी के बाहर इक्का-दुक्का लोग अपनी उम्मीदें लेकर पहुंचे, लेकिन ताले लटके देख मायूस होकर लौट गए।
शुक्रवार को हुए हंगामे के बाद शनिवार को अचानक ऑफिस बंद होने के बाद से ही निवेशकों में बेचैनी बनी हुई है। जिन लोगों ने वर्षों की जमा-पूंजी इस कंपनी में लगा रखी है, उन्हें अब अपने पैसों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता सता रही है। लोगों का कहना है कि न तो एजेंट फोन उठा रहे हैं, न ही कोई जिम्मेदार व्यक्ति सामने आ रहा है। निवेशकों का साफ कहना है कि कंपनी की चुप्पी और एजेंटों का गायब हो जाना, दोनों ही स्थिति को और संदिग्ध बना रहे हैं। लोग चाहते हैं कि कंपनी का कोई जिम्मेदार अधिकारी सामने आकर स्थिति स्पष्ट करे और निवेशकों को भरोसा दिलाए कि उनका पैसा सुरक्षित है। फिलहाल कंपनी के रवैये ने विश्वास की नींव को हिला दिया है। अगर जल्द स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो नाराजगी प्रदर्शन का रूप भी ले सकती है।
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