रोहित शर्मा से लेकर रिंकू सिंह तक...किसको मिलती है कितनी सैलरी? ये है BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में एंट्री का तिकड़म
- टीम इंडिया के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले खिलाड़ियों को कितना पैसा मिलता है और बीसीसीआई से अनुबंध पाने का क्राइटेरिया क्या है? इसके बारे में जान लीजिए। अलग ग्रेड में अलग पैसा बोर्ड देता है।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI की ओर से करीब दो महीने की देरी से 2024-25 के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट की घोषणा की गई है। पिछली बार फरवरी में बीसीसीआई ने इस लिस्ट को जारी किया था और अब अप्रैल में सूची को सार्वजनिक किया गया है। 2023-24 के लिए 30, लेकिन 2024-25 के लिए 34 खिलाड़ियों के साथ बोर्ड ने करार किया है, जो एक अक्टूबर से 30 सितंबर तक लागू रहता है। कुल चार ग्रेड बीसीसीआई ने काफी समय पहले तैयार किए थे, जिनमें अलग-अलग सैलरी खिलाड़ियों को मिलती है। ऐसे में आप जान लीजिए कि किस ग्रेड में कितना पैसा मिलता है और सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने का क्राइटेरिया क्या है?
सेंट्रल कॉन्टैक्ट में किसे कितना पैसा मिलता है?
हर बार की तरह इस बार भी बीसीसीआई ने ए प्लस, ए, बी और सी कैटेगरी में खिलाड़ियों को जगह दी है। अलग-अलग कैटेगरी में अलग-अलग पैसा मिलता है। BCCI की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, ए प्लस कैटेगरी में खिलाड़ी को सालाना 7 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि ए कैटेगरी के खिलाड़ी की सैलरी 5 करोड़ होती है। बी ग्रेड वाले खिलाड़ी को सालाना बोर्ड से 3 करोड़ और सी कैटेगरी में शामिल खिलाड़ी को एक-एक करोड़ रुपये मिलते हैं। ये सैलरी मैच फीस और अन्य भत्तों से अलग होती है।
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की कैटेगरी और उनकी सैलरी
ग्रेड ए प्लस – 7 करोड़ रुपये
ग्रेड ए – 5 करोड़ रुपये
ग्रेड बी – 3 करोड़ रुपये
ग्रेड सी – 1 करोड़ रुपये
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिलने का क्राइटेरिया क्या है?
BCCI से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ी कैसे पाते हैं या किस तरह इस अनुबंध को हासिल करते हैं? ये एक सवाल सभी के जहन में होता है, जिसका जवाब यह है कि खिलाड़ी एक साल में कम से कम 3 टेस्ट, 8 वनडे या 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। ये साइकिल एक अक्टूबर से शुरू हो जाती है। अक्टूबर के बाद से जो भी इंटरनेशनल मैच खेले जाते हैं। वही इसके क्वॉलिफिकेशन का क्राइटेरिया होते हैं। अगर कोई प्रमुख खिलाड़ी चोटिल है तो उसे सिलेक्टर्स और कोच की सिफारिश के बाद इस कॉन्ट्रैक्ट में जगह मिलती है। उदाहरण के तौर पर श्रेयस अय्यर ने मुकाबले खेले हैं, लेकिन ईशान किशन को बिना एक भी मैच खेले फिर से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिला है।
कौन किस ग्रेड में?
ए प्लस ग्रेड - रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा
ए ग्रेड - मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या, मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत
बी ग्रेड - सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर
सी ग्रेड - रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, नितीश कुमार रेड्डी, ईशान किशन, अभिषेक शर्मा, आकाशदीप, वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा