RCB के चैंपियन बनने पर आया विजय माल्या और सिद्धार्थ माल्या का रिऐक्शन, कहा- जब टीम बनाई थी...
भगोड़ा विजय माल्या और उनके बेटे सिद्धार्थ माल्या ने RCB के पहली ट्रॉफी जीतने के बाद रिऐक्शन दिया है। विजय माल्या ने कहा है कि जब उन्होंने आरसीबी को बनाया था तो उनका सपना था कि वे खिताब जीतें।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु यानी आरसीबी पहली बार आईपीएल की चैंपियन बनी है। 2008 से 2024 तक टीम तीन बार फाइनल में पहुंची थी, लेकिन एक बार भी खिताब नहीं जीत पाई थी। वहीं, 2025 में पंजाब किंग्स को हराकर आरसीबी ने पहली बार चमचमाती ट्रॉफी पर कब्जा किया। इसके बाद टीम के पूर्व मालिक और भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या और उसके बेटे का रिऐक्शन सामने आया है। पंजाब किंग्स को रोमांचक मुकाबले में 6 रन से हराकर आरसीबी आईपीएल की आठवीं चैंपियन बनी है।
विजय माल्या ने एक्स पोस्ट में लिखा, "जब मैंने आरसीबी की स्थापना की तो यह मेरा सपना था कि आईपीएल ट्रॉफी बेंगलुरु में आनी चाहिए। मुझे एक युवा के रूप में लेजेंड्री किंग कोहली को चुनने का सौभाग्य मिला और यह उल्लेखनीय है कि वह 18 साल तक आरसीबी के साथ रहे। मुझे क्रिस गेल द यूनिवर्स बॉस और मिस्टर 360 एबी डिविलर्स को चुनने का भी सम्मान मिला, जो आरसीबी इतिहास का एक अमिट हिस्सा बने हुए हैं। अंत में, आईपीएल ट्रॉफी बेंगलुरु में आई। बधाई और फिर से सभी को धन्यवाद जिन्होंने मेरे सपने को सच कर दिया। आरसीबी प्रशंसक बहुत अच्छे हैं और वे आईपीएल ट्रॉफी के लायक हैं। ई साला कप बेंगलुरु बरुते!"
वहीं, सिद्धार्थ माल्या ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर की है, जिसमें आरसीबी के चैंपियन बनने का मोमेंटम है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि शशांक सिंह आखिरी गेंद पर छक्का जड़ते हैं और विराट कोहली मैदान पर मुंह रखकर अपने आंसू बहा रहे हैं। इस पर सिद्धार्थ माल्या की खुशी नहीं रुकती। हालांकि, वह भी इमोशनल दिखाए दिए। सिद्धार्थ ने कैप्शन में लिखा, "18 साल के बाद ट्रॉफी जीती। मैं नहीं जानता कि मैं क्या कहूं।"
मैच की बात करें तो खिताबी मैच में पंजाब किंग्स के कप्तान ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। कप्तान का ये फैसला शायद उस समय सही साबित नहीं हुआ, जब आरसीबी को अच्छी शुरुआत मिली। हालांकि, बीच में गेम को पंजाब ने कंट्रोल किया, लेकिन आरसीबी 190 तक पहुंच गई। 191 रनों का लक्ष्य पंजाब के सामने था, जो एक दिन पहले ही 200 से ज्यादा रन चेज कर चुकी थी, लेकिन इस बार 184 तक पहुंच पाई और खिताबी मैच में 6 रन से हार गई।