यह पीठ में छुरा घोंपने जैसा, मुझे ये पसंद नहीं...10 दिन में दूसरा फाइनल हारने के बाद क्या बोले श्रेयस अय्यर?
अय्यर ने मैच के बाद कहा कि यह काफी हेक्टिक है खास तौर पर जब आप हारते हैं, तो यह आपके दिमाग में बहुत चलता है। इसके अलावा उन्होंने टीम की हार का किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। उनका कहना है कि यह पीठ में छूरा घोंपने जैसा होगा।

श्रेयस अय्यर को 10 दिनों को अंदर दूसरा फाइनल उस समय हारना पड़ा जब उनकी टीम सोबो मुंबई फाल्कन्स टी20 मुंबई 2025 में खिताब के करीब पहुंचकर चूक गई। इससे पहले अय्यर को आईपीएल 2025 के फाइनल में 3 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ हार का मुंह देखना पड़ा था। अय्यर ने मैच के बाद कहा कि यह काफी हेक्टिक है खास तौर पर जब आप हारते हैं, तो यह आपके दिमाग में बहुत चलता है। इसके अलावा उन्होंने टीम की हार का किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। उनका कहना है कि यह पीठ में छूरा घोंपने जैसा होगा।
श्रेयस अय्यर ने मैच के बाद कहा, “यह काफी हेक्टिक है (10 दिनों में दो फाइनल)। खास तौर पर जब आप हारते हैं, तो यह आपके दिमाग में बहुत चलता है। जिस तरह से सभी लोग बड़ी संख्या में आए, वह देखने लायक था। पूरा स्टेडियम रोमांच से भरा हुआ था। आने और समर्थन करने के लिए (प्रशंसकों का) बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं किसी विशेष घटना का जिक्र नहीं करना चाहता। कुल मिलाकर लड़कों ने अपने प्रयासों में शानदार प्रदर्शन किया। हमने फाइनल तक पहुंचने के दौरान सिर्फ एक गेम गंवाया। सिर्फ एक गेम, जिसमें आप किसी पर निशाना नहीं साध सकते - यह मूल रूप से पीठ में छुरा घोंपना है और मुझे यह पसंद नहीं है। हमने बहुत कुछ सीखा है।”
उन्होंने आगे कहा, “फाइनल हारने के बाद निराश होना आम बात है। इससे उन्हें दुख पहुंचता होगा। जब वे अगले साल वापस आएंगे, तो उनके पास वह प्रेरणा और आत्मविश्वास होगा। उन्हें अपने प्रयासों पर गर्व होना चाहिए। वे यहां आए, बहुत ज्यादा अनुभव नहीं था और 20000 लोगों के सामने खेल रहे थे - यह आसान नहीं था। मैं वहां रहा हूं, मैंने ऐसा किया है। जब आप घबरा जाते हैं, तो आप गलतियां करते हैं, लेकिन यह आपको बहुत कुछ सिखाता है और आप मजबूत होकर वापस आते हैं।”
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी सोबो मुंबई फाल्कन्स ने निर्धारित 20 ओवर में 157 रन बोर्ड पर लगाए। मयूरेश टंडेल (32 गेंदों पर 50*) के अर्धशतक और हर्ष अघव की 45 रनों की पारी के दम पर टीम इस स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही। हालांकि टीम इसे डिफेंड नहीं कर पाई। मुंबई साउथ सेंट्रल मराठा रॉयल्स ने इस स्कोर को 5 विकेट और चार गेंदें रहते चेज कर लिया।