भूमि संरक्षण विभाग से महज 13 तालाबों के निर्माण की मिली स्वीकृति
कोडरमा जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में भूमि संरक्षण विभाग से 17 तालाबों का जिर्णोधार के लिए स्वीकृति नहीं मिली है। पिछले वर्ष 30 तालाबों में से केवल 13 को स्वीकृति मिली थी। मुख्य कारण कागजात की कमी...

कोडरमा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। कोडरमा जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में भूमि संरक्षण विभाग से तालाबों का जिर्णोधार में 17 तालाबों की स्वीकृति नही मिल सकी है। इन सभी तालाबों की योजनाएं रद्द हो गई है। पिछले वित्तीय वर्ष में विभाग से 30 तालाबों का जिर्णोधार होना था लेकिन महज 13 तालाबों का हीं प्रशासनिक स्वीकृति मिल पाई है। एक तालाब से 20 से 25 एकड़ भूमि पर सिंचाई होती है। प्रशासनिक स्वीकृति नही मिलने का मुख्य कारण कागजात की कमी बताई जा रही है। डीसी की अनुशंसा के आठ तालाबों में पांच की स्वीकृति दी गई है। कोडरमा विधायक डॉ. नीरा यादव के द्वारा 14 तालाबों के अनुशंसा की गई थी जिसमें से महज तीन तालाबों की स्वीकृति मिली है।
बरही विधायक के द्वारा दो तालाब की अनुशंसा की गई थी जिसमें दोनों तालाबों का स्वीकृति नही मिल सकी है। एक तालाब की स्वीकृति जमीन विवाद जबकि दूसरे तालाब की स्वीकृति कागजात की कमी के कारण अधर में लटक गया। वहीं बरकट्ठा विधायक के द्वारा छ: तालाबों की अनुशंसा की गई थी जिसमें से चार तालाबों के प्रशासनिक स्वीकृति के बाद कार्य कराया जा रहा है। वहीं डीप बोरिंग के भी 31 योजनाओं में 22 की प्रशासनिक स्वीकृति मिल पाई है। वहीं 43 पॉल्यूकेशन टैंक निर्माण का स्वीकृति के बाद काम किया जा रहा है। दस्तावेज नही जमा करने के कारण नही मिली स्वीकृति : हिमांशु जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी हिमांशु कुमार ने कहा कि योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति के लिए 14 दस्तावेज जरूरी है, उसके बाद हीं योजनाओं का अभिलेख तैयार कर उसकी प्रशासनिक स्वीकृति दी जाती है। कहा कि लाभुक समिति द्वारा तालाब जिर्णोधार के लिए जरूरी दस्तावेज नही उपलब्ध कराया गया जिसके कारण योजनाएं की स्वीकृति नही मिल पाई।
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